AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
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आधार प्रोफाइल में बायोमेट्रिक जानकारी को अपडेट करने और अन्य सुधार करने जिलेभर में मॅडेटरी बायोमेट्रिक अपडेशन (एमबीयू) की प्रक्रिया चल रही है। इस कार्य में खासकर लालबर्रा क्षेत्र में खासी परेशानियां सामने आ रही है। जनपद क्षेत्र की 77 पंचायतों के लिए लालबर्रा का डाकघर में एक मात्र आधार सेंटर संचालित किया जा रहा था।
आमजनों के परेशानियां बताने पर पत्रिका ने इस मामले को प्रमुखता से उठाते हुए आमजनों की समस्या वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में लाई गई। लालबर्रा तहसीलदार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बीआरसी कार्यालय में एक और आधार सेंटर शुरू करवा दिया है। लेकिन अब भी लोगों की भीड़ कम नहीं होने से समस्या का निदान नहीं हो पाया है। क्षेत्र में अब भी आधार केन्द्रों की संख्या बढ़ाए जाने की दरकार बनी हुई है। वहीं डाकघर के आधार सेंटर में अब भी सुविधाओं का टोटा बना हुआ है। सुविधाओं के नाम पर यहां लोगों की बैठक व पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाएं भी महुैया नहीं करवाई गई है। परिणाम स्वरूप खासकर डाकघर में आधार अपडेशन के लिए पहुंचने वालों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार लालबर्रा क्षेत्र की 77 ग्राम पंचायतों के बच्चों और बड़ों के लिए लालबर्रा के डाकघर में एक मात्र आधार सेंटर बनाया गया था। प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में लोग आधार अपडेशन के लिए पहुंच रहे थे। लेकिन इनमें कुछ का ही आधार अपडेशन हो पा रहा। शेष को अगले दिन के लिए बैरंग ही लौटाया जा रहा था। पत्रिका इस मामले में 77 पंचायतों के हजारों लोगों के लिए एक मात्र आधार सेंटर शीर्षक से खबर का प्रमुखता से प्रकाशन किया था। मामले को संज्ञान में लेकर बीआरसी कार्यालय में एक अन्य आधार सेंटर शुरू किया गया है। लेकिन यह भी बढ़ती भीड़ के मुकाबले नाकाफी साबित हो रहा है
बीआरसी कार्यालय में सेंटर शुरू के बाद पत्रिका ने लालबर्रा के दोनों आधार सेंटर का मुआयना किया। यहां अब भी स्थिति पूर्व की भांति ही नजर आई। सुबह 9 बजे ही लंबी लाइन लगी नजर आई। कई बार पालकों को नंबर न लग पाने के कारण अपडेशन के लिए दो से तीन बार इस केन्द्र तक आना पड़ रहा है। पालकों की मांग है कि बच्चों के एमबीयू अपडेशन के लिए केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाए। ताकि इस प्रक्रिया में किसी तरह की परेशानी न आए। इसी तरह नाम, मोबाइल नंबर बदलने पहुंचने वाले ग्रामीण भी बेजा परेशान होते नजर आए।
बताया गया कि पांच से 15 वर्ष की उम्र के बच्चों के लिए लागू किया गया एमबीयू परेशानियों से भरा है। इससे आधार अपडेट करने वाले कर्मचारी से लेकर पालक और स्कूली शिक्षक भी परेशान हैं। जानकारी के अनुसार, जिन बच्चों को पहलें आधार कार्ड बन चुका है, उन्हें इसे अपडेट कराना अनिवार्य है। इसके लिए बच्चे की उंगलियों के निशान, आइरिस का मिलान कराना जरूरी है, लेकिन कई मामलों में मिलान न होने से बच्चे की अपडेशन प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाती।
लालबर्रा के आधार सेंटरों की भले ही संख्या एक से दो कर दी गई है। लेकिन व्यवस्थाओं और सुविधाओं की ओर किसी भी ध्यान नहीं गया है। जगह की कमी, बैठक, पेयजल, शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाओं का टोटा अब भी बना हुआ है। खासकर बच्चों और महिलाओं को खासी परेशानियां हो रही है। दिनभर यहां युवतियां और महिलाओं को इन सुविधाओं के अभाव में परेशान होते देखा जा रहा है।
वर्सन
जानकारी मिलने पर बीआरसी कार्यालय में बच्चों का आधार अपडेशन कार्य शुरू करवा दिया गया है। रही बात सुविधाओं को लेकर हम पोस्ट मास्टर इस मामले में बात करेंगे।
भूपेन्द्र अहिरवार, तहसीलदार
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Published on:
13 Dec 2025 11:39 am


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