AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
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बैतूल। किसानों के नाम से भावांतर योजना के तहत बटाईनामा बनाकर फर्जी पंजीयन का खुलासा हुआ है। जांच में यह सामने आया तो अब जिन लोगों पर आरोप लगे हैं,वे गांव में पहुंचकर बटाईनामा बना रहे हैं। किसानों ने इसका विरोध करते हुए क्षेत्रीय विधायक महेन्द्र सिंह के साथ पहुंचकर कलेक्टर से शिकायत कर कार्रवाई मांग की है। कलेक्टर द्वारा इसकी जांच करवाई जा रही है।
सरपंच नारायण पाटिल और कलीराम पूनमचंद,ताराचंद, सुखराम आदि ने बताया ग्राम पंचायत बाटलकला ब्लॉक भीमपुर के निवासी है। जनपद अध्यक्ष भीमपुर भैयालाल इरपाचे,जनपद सदस्य रामकिशन धुर्वे और प्रदीपसिंह किलेदार निवासी भैंसदेही उनके साथ अन्य साथी जिसको हम जानते नहीं जो कि 6 दिसंबर को कार से गांव आए थे। जिसका हम ग्रामीणों ने वीडियो भी बनाया है। इनके द्वारा हमे कहा गया कि आपको फसल बीमा, फसल मुआवजा का पैसा देना है। ऐसा कहकर हम ग्रामीणों से उक्त ठेकानामा सिकमी एवं प्रपत्रो में साइन करवाए गए है, उन लोगों के पास हमारी जमीन के खसरा किश्त बंदी एवं अन्य कागज भी थे। किसानों ने बताया कि हमे 500 और 600 रुपए दिए। एक पर्ची दी गई जिस पर 30,000 रुपए से लेकर 50,000 रुपए लिखे है। हमे शक हुआ कि 500 रुपए देकर 30 और 50 हजार पर कैसे साइन करवाए गए है। किसानों ने बताया रामकिशन, भैयालाल और प्रदीप को जानते है जिसके कहने पर भरोसा कर कोरे कागज एवं प्रपत्र में साईन कर दिए हंै। हम ग्रामीणों से धोखाधड़ी कर फसल बीमा की राशि मिलने को कहकर गुमराह कर ठेकानामा सिकमी पर हस्ताक्षर करवाए गए। गुमराह कर हस्ताक्षर करवाने वाले के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
बाटलाकला के 35 किसानों का कराया पंजीयन
भावांतर में फर्जी पंजीयन को लेकर जिन लोगों पर आरोप लग रहे हैं,उनमें सभी किसान एक ही गांव बाटलाकला के ही है। 35 किसानों के नाम से सोयाबीन भावांतर के लिए पंजीयन कराए हैं। किसानों के नाम से भावांतर पर सोयाबीन बेचकर लाभ लेने की तैयारी की गई थी।
देर रात तक हुए किसानों के बयान
ग्राम बाटलाकला के किसान विधायक महेन्द्र सिंह के साथ कलेक्टर से शिकायत करने पहुंचे थे। कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी ने किसानों की समस्या सुनी। इसके बाद के कृषि विभाग के उपसंचालक को किसानों के बयान दर्ज करने के निर्देश दिए। कलेक्टर कार्यालय में किसानों के बयान दर्ज किए हैं।
भावांतर के तहत हुए फर्जी पंजीयन
भैंसदेही विधायक महेन्द्र सिंह ने बताया कुछ किसानों का भावांतर के तहत तहत फर्जी पंजीयन हो गया है। किसानों ने इसका पंजीयन ही नहीं कराया था। तहसीलदार की जांच में भी यह बात सामने आई है। जिसके बाद कुछ लोग गांव पहुंचकर किसानों से बटाईनामा बना रहे हैं। किसानों से हस्ताक्षर करवा रहे हैं। किसानों ने इसका वीडियो और फोटो भी बनाया है। किसानों को कुछ राशि भी दी गई है। किसानों के नाम पर धोखाधड़ी करने वालों पर कार्रवाई की मांग को लेकर कलेक्टर को आवेदन दिया है।
ज्वार में सामने आ चुका फर्जी पंजीयन का खेल
समर्थन मूल्य पर ज्वार खरीदी में फर्जी पंजीयन का खेल सामने आ चुका है। किसानों के बटाईनामा लगाकर फर्जी पंजीयन कराए गए थे। जिले भर में 1169 किसानों ने ज्वार के लिए पंजीयन कराया था। जांच के बाद सिर्फ 25 किसानों के पंजीयन ही सही पाए गए हैं। इसी तरह धान के पंजीयन में भी आशंका होने पर वन भूमि के पट्टे पर खेती करने वाले लगभग 800 किसानों के पंजीयन की जांच की जा रही है।
पैसे देकर कागज पर हस्ताक्षर करवाए
किसान छोटेलाल ने बताया मैं खेत में काम कर रहा था। मोबाइल पर फोन आया और बताया कि बीमा की राशि देना है।गांव में आ जाओ। कोई अधिकारी आया होगा इसलिए गांव आ गया। गांव में आए लोगों ने एक हजार रुपए दिए और एक कागज पर हस्ताक्षर करवाए। उन्होंने बोला कि कोई पूछे तो बताया जमीन ठेके पर दिया है और सोयाबीन लगाई थी। किसान ने बताया कि खेत में सोयाबीन नहीं लगाया था। मक्का लगाया था। जनसुनवाई में कार्रवाई को लेकर शिकायत की।
किसानों के आरोप झूठे
इस संबंध में प्रदीप किलेदार और जनपद अध्यक्ष भैयालाल इरपाचे ने आरोपों से इंकार किया है। प्रदीप ने बताया कि वे गांव में ही नहीं गए। किसान झूठा आरोप लगा रहे हैं। वही इरपाचे ने बताया कुछ लोग गांव में आए थे। जनप्रतिनिधि के नाते वहां बैठ गया था। किसानों के आरोप झूठे हैं।
इनका कहना
बाटलाकला के किसानों ने उनके नाम से भावांतर के तहत फर्जी पंजीयन करने की आशंका जताई है। इसकी शिकायत की है। जांच करवाई जा रही है। जांच रिपोर्ट के आधार कार्रवाई की जाएगी।
नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी कलेक्टर बैतूल।
राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

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Published on:
17 Dec 2025 09:45 pm


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