AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
AI-generated Summary, Reviewed by Patrika

भिवाड़ी. चौपानकी औद्योगिक क्षेत्र में रीको के पार्क में कब्जे का मामला सामने आया है। पार्क की दीवार तोडक़र और पेड़ काटकर निर्माण की तैयारी की जा रही है। पार्क में हजारों की संख्या में पेड़ लगे हुए हैं। दीवार तोड़े जाने से पेड़ों की सुरक्षा पर भी संकट है। कब्जे के लिए समतल की गई भूमि से भी सैकड़ों पेड़ों को काटा जा चुका है। रीको ने यहां लाखों रुपए की लागत से गत दो तीन वर्ष में पौधे लगाए थे। पार्क में एकाएक निर्माण की तैयारी हो गई और दीवार तोड़ दी गई। जबकि रीको अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी। मामला उजागर होने पर अब नोटिस दिया गया है। चौपानकी फायर स्टेशन के पास ही रीको का बड़ा पार्क है। जिसमें एक तरफ वाटर सप्लाई के लिए ओवरहेड पानी की टंकी है। दूसरी तरफ व्यावसायिक ब्लॉक है, जिसमें भूखंड संख्या चार, पांच, छह और सात हैं। व्यावसायिक ब्लॉक की दीवार पार्क से जुड़ी हुई है, अभी इसमें कोई निर्माण नहीं हुआ है। पार्क में हजारों की संख्या में पौधे लगे हुए हैं, जबकि व्यावसायिक ब्लॉक की भूमि रिक्त पड़ी हुई हैं, इसमें कुछ खास फूस ही उगी हुई है। रीको की योजना यहां पर व्यावसायिक गतिविधि बढ़ाने की थी, इसलिए यहां पर पौधे भी नहीं लगाए गए हैं। उक्त पार्क में कुछ दिन पहले ओवरहेड टंकी की तरफ निर्माण शुरू करने के लिए पार्क की दीवार को तोड़ दिया गया। पेड़ काटकर मिट्टी को समतल किया गया। निर्माण के लिए पार्क के अंदर ईंट रख दी गईं। इस तरह एक बड़े कब्जे की तैयारी की जा रही थी। जिसके साक्ष्य अभी भी मौके पर मौजूद हैं। रीको की जमीन पर कई जगह कब्जे, अतिक्रमण हैं। अब पार्क भी माफियाओं की नजर में हैं। एक तरफ उद्योग क्षेत्र में ग्रेप की पाबंदी लगी हुई थी। जिसमें निर्माण कार्यों पर रोक लगी हुई थी। रीको की टीम क्षेत्र में निरीक्षण कर रही हैं, रीको अधिकारी प्रतिदिन सीएंडी साइट का निरीक्षण और जुर्माना लगाने की जानकारी प्रशासन को भेज रहे हैं। प्रशासन इसकी जानकारी सार्वजनिक रूप से दे रहा है। इसके बावजूद पार्क में अवैध निर्माण की तैयारी हो गई। दूसरी तरफ वायु गुणवत्ता आयोग के निर्देश हैं कि उद्योग क्षेत्र में अधिक से अधिक पौधे लगाकर उनकी सारसंभाल की जाए। इसके बावजूद माफिया ने सैकड़ों पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलाकर काट डाला। रीको ने यहां पौधे लगाने में गत वर्षों में लाखों रुपए खर्च किए। अब पार्क की दीवार टूटने से अंदर लगे हजारों पेड़ पर भी संकट है। रीको के पार्क में अवैध निर्माण और कब्जे की जानकारी पत्रिका को हुई। पत्रिका ने मौके पर पहुंचकर स्थिति देखी। इसके बारे में रीको अधिकारियों को सूचित किया। उन्होंने पहले बताया कि व्यावसायिक भूखंड आवंटित है और सही जगह पर निर्माण काम हो रहा है। पत्रिका ने जब पार्क का मानचित्र मांगा तो नहीं दिया। जबकि पत्रिका को मिले मानचित्र में पार्क के दूसरी तरफ व्यावसायिक भूखंड हैं, उक्त भूखंड पर कोई निर्माण नहीं चल रहा है। रीको अधिकारियों से दोबारा इस अवैध कब्जे को लेकर बात की तो उन्होंने बताया कि नोटिस दिया गया है। व्यावसायिक भूखंड पर सही निर्माण हो रहा है तो फिर नोटिस क्यों दिया गया। इस तरह रीको अधिकारियों ने उक्त मामले को घुमाने की कोशिश की। इससे साबित होता है कि बड़े पार्क में कब्जे की कोशिश हो रही थी।
राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

क्या आपको लगता है कि यह टैरिफ भारत की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा?
Published on:
05 Dec 2025 06:37 pm


यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।
हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है
दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।