Patrika Logo
Switch to English
होम

होम

वीडियो

वीडियो

प्लस

प्लस

ई-पेपर

ई-पेपर

प्रोफाइल

प्रोफाइल

दिव्यांगों को उद्योग में पांच प्रतिशत रोजगार का नियम, पालना कौन कराएगा

दिव्यांगों की बैशाखी बनने के लिए नहीं कोई तैयार, एक बार उठा मुद्दा फिर दबकर रह गया

🌟 AI से सारांश

AI-generated Summary, Reviewed by Patrika

🌟 AI से सारांश

AI-generated Summary, Reviewed by Patrika

पूरी खबर सुनें
  • 170 से अधिक देशों पर नई टैरिफ दरें लागू
  • चीन पर सर्वाधिक 34% टैरिफ
  • भारत पर 27% पार्सलट्रिक टैरिफ
पूरी खबर सुनें

भिवाड़ी. दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के तहत औद्योगिक इकाइयों में पांच प्रतिशत नौकरी देनी होती है। उद्योग क्षेत्र में उक्त अधिनियम की पालना नहीं हो रही है। इसको लेकर जिला उद्योग केंद्र ने कई बार औद्योगिक संगठन और इकाइयों से उक्त अधिनियम के तहत दिए जाने वाली नौकरियां का आंकड़ा मांगा है। औद्योगिक संगठन और इकाई इसका ब्यौरा नहीं देती। संबंधित अधिकारी भी इस अधिनियम की पालना करने में विफल साबित हुए हैं। इस अधिनियम की पालना होने पर हजारों दिव्यांगों को नौकरी का अवसर मिलेगा। भिवाड़ी में पांच हजार से अधिक औद्योगिक इकाइयां हैं, जिनमें उक्त अधिनियम के तहत नौकरी मिलने पर हजारों बेरोजगार दिव्यांगों की पीड़ा दूर हो सकती है। कलक्टर डॉ. जितेंद्र सोनी ने 15 मार्च 2023 को हुई एक बैठक में उक्त अधिनियम की पालना करने के निर्देश दिए थे। उक्त बैठक के बाद दो तीन अन्य मीटिंग में भी कलक्टर ने अधिनियम की पालना के लिए सख्ती बरती, जिससे औद्योगिक संघ में भी हलचल दिखी। दो महीने के बाद कलक्टर का तबादला होने के बाद इस अधिनियम के तहत दिव्यांगों को मिलने वाला लाभ फाइलों में ही दबकर रह गया। संबंधित विभागों ने इस संबंध में कोई पहल नहीं की। भिवाड़ी, कहरानी, चौपानकी, पथरेड़ी, खुशखेड़ा, कारोली, सलारपुर, नीमराणा, बहरोड और घिलोट औद्योगिक क्षेत्र में करीब चार से पांच लाख कर्मचारी काम करते हैं। भिवाड़ी में ही करीब सवा दो लाख श्रमिक ईएसआईसी में पंजीकृत हैं। अधिनियम के तहत पांच प्रतिशत दिव्यांगों को रोजगार देने का प्रावधान है। इस हिसाब से क्षेत्र में करीब 20 हजार दिव्यांगों को रोजगार का अवसर मिल सकता है। अधिनियम की पालना को लेकर भी कोई रिकॉर्ड तैयार नहीं है। एक बार के बाद किसी अन्य उच्चाधिकारी ने इस अधिनियम की पालना को लेकर रुचि नहीं दिखाई। रीको को फैक्ट्रियों में कार्यरत दिव्यांगों की जानकारी जुटाने के लिए जिम्मेदारी दी गई। इसकी निगरानी की जिम्मेदारी जिला उद्योग केंद्र को दी गई। रीको ने इस संबंध में औद्योगिक संघों को पत्र लिखे हैं। औद्योगिक संघ और इकाइयों ने अभी तक डाटा नहीं दिया है।

राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

अभी चर्चा में
(35 कमेंट्स)

अभी चर्चा में (35 कमेंट्स)

User Avatar

आपकी राय

आपकी राय

क्या आपको लगता है कि यह टैरिफ भारत की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा?


ट्रेंडिंग वीडियो

टिप्पणियाँ (43)

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है

सोनिया वर्मा
सोनिया वर्माjust now

दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।

User Avatar