AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
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भोपाल। Pollution की िस्थति में चौकाने वाला बदलाव सामने आया। शहर के जिस हिस्से में हवा से प्रदूषण कम हुआ तो पानी में इसकी मात्रा बढ़ गई। शाहपुरा क्षेत्र में ये हालात देखने को मिले। यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स ग्रीन जोन में हैं। शाहपुरा तालाब में आक्सीजन की मात्रा तय मात्रा से एक मिली ग्राम कम हो गई।
प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक पर्यावरण परिसर का एक्यूआई 90 दर्ज हुआ। टीटी नगर में यह सूचकांक 86 तो कलेक्ट्रेट में हवा की गुणवत्ता 115 मापी गई। औसतन सूचकांक 97 रहा। जानकारों के मुताबिक हवा साफ हो रही है। सौ से नीचे सूचकांक बेहतर माना जाता है।
पीसीबी से सटे शाहपुरा तालाब के पानी में प्रदूषण के उलट आंकड़े मिले। इसमें सीवेज की मात्रा ज्यादा पाई गई। ऐसा बिना ट्रीट किए पानी छोड़े जाने से हुआ। पानी में प्रदूषण की मात्रा इतनी अधिक हुई कि ये जलीय जीवों के लिए खतरा बन गया। इसका असर शनिवार को मछलियों पर हुआ। मछलियां मरने लगी है। इन्हें जमा करने के लिए रविवार को मछुआरे लगे थे।
पीसीबी के मुताबिक ये रहे कारण
शाहपुरा तालाब में कचरा बड़ा है। सीवेज यहां जमा हो रहा है। इस कारण पानी प्रदूषित हो रहा है। इसका ट्रीटमेंट होना जरूरी है। सड़कों की सफाई और शहर से कचरा हटाने जैसे कई काम हवा सुधारने में मददगार बने।
ब्रजेश शर्मा, क्षेत्रीय अधिकारी मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड
राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

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Published on:
17 Mar 2025 11:26 pm


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