Patrika Logo
Switch to English
होम

होम

वीडियो

वीडियो

प्लस

प्लस

ई-पेपर

ई-पेपर

प्रोफाइल

प्रोफाइल

विडंबना: एनओसी और प्रमाणपत्रों तक सिमटा ‘शहरी सेवा शिविर’

शहरी सेवा ​शिविरों का पूरा लाभ आमजन को नहीं मिल पा रहा है। ​शिविरों के दौरान आमजन को पट्टे नहीं मिलने से लोग परेशान हो रहे है। ​शिविरों के दौरान 69 ए के तहत पट्टे जारी करने का प्रावधान है। नगर निगम, प्रशासन शहरों के संग अ​भियान के दौरान 69 ए के तहत प्राप्त हुए आवेदन, जिनकी पत्रावलियां पूर्ण है, दस्तावेज संलग्न, रा​शि भी कैम्प अव​धि के दौरान जमा हो चुकी है, उन आवेदकों को भी पट्टे जारी नहीं कर रहा है। निगम में ऐसे 27 आवेदन है, जिनके सभी दस्तावेज पूर्ण है व रा​शि जमा है। ​शिविर केवल जन्म-मृत्यु और विवाह पंजीयन, वि​भिन्न प्रकार की एनओसी और भवन निर्माण स्वीकृति जारी करने तक ही सीमित होकर रह गए है।

🌟 AI से सारांश

AI-generated Summary, Reviewed by Patrika

🌟 AI से सारांश

AI-generated Summary, Reviewed by Patrika

पूरी खबर सुनें
  • 170 से अधिक देशों पर नई टैरिफ दरें लागू
  • चीन पर सर्वाधिक 34% टैरिफ
  • भारत पर 27% पार्सलट्रिक टैरिफ
पूरी खबर सुनें

बीकानेर. ‘शहर सरकार’ आमजन के द्वार तक पहुंचाने का दावा करने वाले शहरी सेवा शिविर औपचारिकता बन कर रह गए हैं। नियमन और 69-ए श्रेणी में एक भी नया पट्टा जारी नहीं हुआ है, जबकि दर्जनों आवेदक दस्तावेज व शुल्क जमा करवाने के बाद भी चक्कर काट रहे हैं। नगर निगम में 69-ए श्रेणी के तहत 27 पत्रावलियां लंबे समय से लंबित हैं। कई आवेदक ऐसे हैं जिनके आवेदन ‘प्रशासन शहरों के संग’ अभियान में स्वीकृत हो चुके, शुल्क जमा भी करवा दिया गया, फिर भी उन्हें पट्टा नहीं मिला। राज्य सरकार के आदेश होने के बावजूद निगम प्रशासन ने अब तक कार्रवाई नहीं की। कभी एपावर्ड कमेटी की स्वीकृति, तो कभी नक्शा संशोधन या पुनरीक्षण के नाम पर फाइलें अटकी हुई हैं।

सूने पड़े शिविर, खाली कुर्सियां और निराश आवेदक

जय नारायण व्यास कॉलोनी के सामुदायिक भवन में सोमवार से शुरू हुए शिविर में पहले ही दिन सन्नाटा रहा। शिविर स्थल पर कर्मचारी तो मौजूद थे, लेकिन आवेदक नहीं। केवल पीएम स्वनिधि योजना के काउंटर पर कुछ लोग पहुंचे। अन्य विभागों के काउंटरों पर कर्मचारी ‘जनता आने का इंतजार’ ही करते रहे। आमजन अब शिविरों से दूरी बना रहे हैं, क्योंकि उन्हें उमीद के बजाय निराशा मिल रही है।

केवल एनओसी और प्रमाणपत्रों तक सीमित रहे शिविर

नियमन या पट्टे जारी करने की बजाय शिविरों में सिर्फ जन्म-मृत्यु पंजीयन, विवाह प्रमाणपत्र, एनओसी और नक्शा स्वीकृति जैसे कार्य ही हो रहे हैं। शहरी नियमन और 69-ए के प्रकरण ठंडे बस्ते में पड़े हैं।

पट्टे जारी करने की प्रक्रिया जारी है

प्रशासन शहरों के संग अभियान में 69-ए के तहत प्राप्त 27 प्रकरणों में सभी दस्तावेज व शुल्क जमा हैं। इन प्रकरणों में पट्टे जारी किए जाएंगे। प्रक्रिया जारी है। अन्य सभी निगम संबंधी आवेदन शिविरों में निस्तारित किए जा रहे हैं।

-यशपाल आहूजा, उपायुक्त, नगर निगम बीकानेर

अब तक जारी किए गए प्रमुख का

1 खांचा भूमि आवंटन, 5 फ्री-होल्ड और लीज मुक्ति प्रमाणपत्र, 11 भवन मानचित्र प्रकरण, 42 नामांतरण, 3 उपविभाजन पुनर्गठन, 3 भू-उपयोग परिवर्तन प्रकरण, 1,371 जन्म, मृत्यु और विवाह पंजीकरण प्रमाणपत्र, 55 फायर एनओसी 12 ट्रेड लाइसेंस, 154 ईडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र, 309 पीएम स्वनिधि आवेदन, 354 पशु पकड़ने के आवेदन

राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

अभी चर्चा में
(35 कमेंट्स)

User Avatar

आपकी राय

आपकी राय

क्या आपको लगता है कि यह टैरिफ भारत की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा?


ट्रेंडिंग वीडियो

टिप्पणियाँ (43)

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है

सोनिया वर्मा
सोनिया वर्माjust now

दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।

User Avatar