Patrika Logo
Switch to English
होम

होम

वीडियो

वीडियो

प्लस

प्लस

ई-पेपर

ई-पेपर

प्रोफाइल

प्रोफाइल

बस 33 किमी दूर…‘झील’ की गहराइयों से पुकारती है पर्यटन की नई उम्मीद

। पर्यटन विभाग के पास इसे नया पर्यटन स्थल बनाने के पूरे कारण मौजूद हैं। बस थोड़ा प्रयास और योजना की जरूरत है। फिर यह झील रायसर की तरह ही बीकानेर के पर्यटन नक्शे पर चमक सकती है।

🌟 AI से सारांश

AI-generated Summary, Reviewed by Patrika

🌟 AI से सारांश

AI-generated Summary, Reviewed by Patrika

पूरी खबर सुनें
  • 170 से अधिक देशों पर नई टैरिफ दरें लागू
  • चीन पर सर्वाधिक 34% टैरिफ
  • भारत पर 27% पार्सलट्रिक टैरिफ
पूरी खबर सुनें
दरबारी झील अब ऐसी नजर आती है।
दरबारी झील अब ऐसी नजर आती है।

बीकानेर से महज 33 किलोमीटर दूर एक शांत, हरियाली से घिरी और इतिहास की परतों में लिपटी झील…दरबारी झील। कभी महाराजा गंगासिंह के विश्राम स्थल के रूप में जानी जाने वाली यह जगह अब फिर से चर्चा में है। पर्यटन विभाग के पास इसे नया पर्यटन स्थल बनाने के पूरे कारण मौजूद हैं। बस थोड़ा प्रयास और योजना की जरूरत है। फिर यह झील रायसर की तरह ही बीकानेर के पर्यटन नक्शे पर चमक सकती है। दरबारी झील का फिल्मी इतिहास भी खास है। यहां ‘गदर’, ‘वीर’, ‘लक’ समेत कई फिल्मों, गानों और विज्ञापनों की शूटिंग हो चुकी है। फिल्ममेकर दलीप सिंह भाटी के अनुसार, यहां पर्याप्त खुला क्षेत्र, रेलवे ट्रैक और प्राकृतिक पृष्ठभूमि इसे शूटिंग के लिए आदर्श बनाते हैं। थोड़े प्रयास से यहां शूटिंग यूनिट्स को फिर से आकर्षित किया जा सकता है। भाटी का कहना है कि यहां पहले सनी देओल और सलमान खान जैसे अभिनेता शूटिंग कर चुके हैं। इसे मिनी फिल्म सिटी के रूप में भी विकसित किया जा सकता है।

फोटोशूट और प्री-वेडिंग हॉटस्पॉट बन रही झील
पिछले कुछ वर्षों में प्री-वेडिंग शूट और फोटोग्राफी के लिए यह झील युवाओं की पसंद बन गई है। फोटोग्राफर बताते हैं कि महीने में दो से तीन बार यहां शूट होते हैं। खासकर बारिश और सर्दी के मौसम में यहां का दृश्य बेहद आकर्षक होता है। शाम ढलने के बाद झील का शांत और सुनहरा नजारा लेंस फ्रेम में कैद करने लायक होता है। स्थानीय ग्रामीण उत्तम सिंह कोटड़ा बताते हैं कि यह झील महाराजा गंगासिंह के समय की धरोहर है। कहा जाता है कि महाराजा यहां विश्राम और शिकार के लिए आते थे और उनके साथ दरबार भी ठहरता था, इसलिए इसका नाम पड़ा दरबारी तलाई। ग्रामीणों का मानना है कि अगर यहां ऊंट उत्सव जैसे आयोजन किए जाएं, तो यह जगह फिर से पर्यटन के मानचित्र पर लौट सकती है। दरबारी झील में बीकानेर को पर्यटन की दुनिया में नई पहचान देने की क्षमता मौजूद है।

बस जरूरत है नियमित देखरेख, सुविधाओं के विकास और प्रचार की। थोड़ा प्रयास हो तो यह झील वाकई शहर के लिए नया आकर्षण बन सकती है। दरबारी झील सिर्फ एक तालाब नहीं, बीकानेर की संभावनाओं का प्रतिबिंब भी है। बस 33 किलोमीटर का यह सफर शहर को एक नए अनुभव से जोड़ सकता है, जहां इतिहास, प्रकृति और सुकून एक साथ सांस लेते हैं। झील की गहराइयों में अब भी एक पुकार है, जो कह रही है, थोड़ा प्रयास करो, मैं भी बीकानेर की पहचान बनना चाहती हूं…।

योजना का प्रस्ताव भिजवाएंगे
रायसर के बाद दरबारी झील को नया पर्यटन स्थल विकसित करने की योजना है। प्रस्ताव तैयार कर मुयालय भेजा जाएगा। विभाग सोशल मीडिया के माध्यम से भी इसका प्रचार करेगा।

-अनिल राठौड़, संयुक्त निदेशक, पर्यटन विभाग

क्या-क्या हो सकता है विकास का हिस्सा
-झील और तटों का सौंदर्यकरण
-पर्यटकों की सुरक्षा और सुविधा व्यवस्था
-होटल, रेस्टोरेंट और शेड का विकास
-कैमल सफारी और सांस्कृतिक इवेंट
-सोशल मीडिया प्रचार और पर्यटन सर्किट में शामिल करना

राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

अभी चर्चा में
(35 कमेंट्स)

अभी चर्चा में (35 कमेंट्स)

User Avatar

आपकी राय

आपकी राय

क्या आपको लगता है कि यह टैरिफ भारत की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा?


ट्रेंडिंग वीडियो

टिप्पणियाँ (43)

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है

सोनिया वर्मा
सोनिया वर्माjust now

दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।

User Avatar