AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
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बिलासपुर. गुरु घासीदास विश्वविद्यालय के आठवें दीक्षांत समारोह में छात्र परिषद के सदस्यों को राष्ट्रपति से मिलने नहीं दिया गया। विवि प्रशासन द्वारा प्रेस विज्ञाप्ति जारी कर कार्यक्रम स्थल में परिषद के पदाधिकारियों के लिए अलग से बैठाने की व्यवस्था करने की बात कही गई थी। लेकिन प्रशासन ने उनके साथ सौतेला व्यवहार करते हुए उन्हें कार्यक्रम से अलग रखा। परिषद के सदस्यों ने कलेक्टोरेट में राष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए उचित कार्रवाई करने की मांग की है छात्र परिषद के प्रतिनिधि संदीप लहरे ने ज्ञापन जारी करते हुए बताया कि गुरु घासीदास विश्वविद्यालय द्वारा अष्टम दीक्षांत समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें शामिल होने विवि प्रशासन द्वारा छात्र परिषद के पदाधिकारी एवं छात्र-छात्राओं को निमंत्रण दिया गया था। परिषद के सदस्यों ने राष्ट्रपति से मिलने कुलपति से निवेदन किया था। जिसे कुलपति ने नजर अंदाज कर दिया। वहीं विवि प्रशासन द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए छात्र परिषद के लिए कार्यक्रम स्थल पर अलग से बैठने के लिए 45 कुर्सी निर्धारित की थी। लेकिन उनकी जगह किसी और को बैठा दिया गया। इसके अलावा रजत जयंती सभागार में प्रोजेक्टर लगाने की बात कही गई थी, लेकिन इसकी भी व्यवस्था नहीं की गई। विश्वविद्यालय के इस सौतेले व्यवहार से छात्र परिषद के सदस्यों में काफी आक्रोश व्याप्त हैं। उन्होंने इसकी शिकायत दर्ज कराते हुए राष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टोरेट में ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन सौंपने वालों में दीपेश साहू, आकाश यादव, गौरव साहू, आयुष ताम्रकार, आकाश खन्ना, निखिल शर्मा, संदीप कुमार, रविन्द्र श्रीवास, अविनाश खलखो सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थीं।
राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

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Published on:
02 Mar 2020 08:17 pm


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