AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
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बरुण सखाजी.
बिलासपुर. Corona medicines: बीते वर्ष आई कोरोना लहर के बीच मची दवाओं की अफरातफरी को फार्मा इंडस्ट्री ने अवसर के समान देखा है। जनवरी के पहले सप्ताह से दर्जन भर से अधिक कंपनियां अपने स्पेशल उत्पाद बाजार में उतारने जा रही हैं। कुछ कंपनियों ने ऐसे उत्पाद उतार भी दिए हैं। माना जाता है कि कोरोना (Corona) की तीसरी लहर को लेकर यह तैयारियां की गई हैं। फार्मा सेक्टर (Farma sector) से जुड़े सूत्रों के मुताबिक इनमें स्ट्रेरॉयड, एंटीबॉयोटिक के अलावा इक्विपमेंट्स भी शामिल हैं। इसके लिए फार्मा इंडस्ट्री ने बड़े पैमाने पर अस्पतालों, डॉक्टरों और फार्मा एक्जेक्यूटिव्स को संपर्क किया है।
नो रिटर्न पॉलिसी के तहत दवाएं सप्लाई
जनवरी में तीसरी लहर को देखते हुए कई सारे उत्पाद आए हैं। इनका दावा है कि कोरोना की स्थिति में यह मदद करेंगे। आईसीएमआर से प्राप्त अनुमोदन के बाद कंपनियों ने इन उत्पादों को लेकर स्टॉकिस्टों से संपर्क किया है। कोरोना स्पेशल उत्पादों के लिए नो रिटर्न पॉलिसी (No return policy) लागू की गई है। अगर स्टॉकिस्ट कोई उत्पाद मंगाते हैं तो उसे नहीं बिकने की स्थिति में कंपनियां वापस नहीं लेंगी।
बाजार में उपलब्ध करवाई दवाएं
कंपनियों ने इन दवाओं को बाजार में उपलब्ध करवाने की कवायद शुरू कर दी है। इस लहर को फार्मा कंपनियों (Farma Companies) ने अवसर के रूप में देखना शुरू किया है।
एक इंजेक्शन, कीमत एक लाख 20 हजार, लगाया मंत्री को
इस भय के अवसर को भुनाने के लिए एक कंपनी ने एक लाख 20 हजार रुपए के दो डोज का एक इंजेक्शन किट बाजार में उतारा है। यह सीधे मरीज को मेडिकल स्टोर (Medical Store) पर उपलब्ध नहीं करवाया जा रहा। इसके लिए अस्पताल की अनुशंसा जरूरी की गई है। सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक अभी छत्तीसगढ़ में यह 5 डोज लगाए भी गए हैं। इनमें एक डोज राज्य में एक मंत्री को लगाया गया है।
40 टैबलेट का सेट, एक दिन में लगेंगी 800 एमजी
एक कंपनी ने एक किट जारी किया है। इसमें 40 गोलियां (Medicines) है। एक गोली 200 एमजी की है। एक दिन में 800 एमजी खाने के लिए कहा जा रहा है। इन्हें 5 दिन तक खाना है। इनकी कीमत 1800 से लेकर 2400 रुपए तक है।
एक कंपनी ने 1350 का किट भी जारी किया
एक अन्य कंपनी ने 1350 एमआरपी वाला एक किट जारी किया है। यह बाजार में उपलब्ध है। इनका दावा है कि यह किट इस बीमारी में सहायक है।
कोरोनिल ने दिखाया रास्ता
बीते वर्ष पतंजलि की सिस्टरकंसर्न दिव्य फार्मेसी की कोरोनिल ने देशभर में करोड़ों का कारोबार किया था। हालात ये थे कि इस किट की कमी हो गई थी। यह देखते हुए इस बार एलोपौथी की दवाएं बनाने वाली फार्मा कंपनियों ने ऐसे किट तैयार किए हैं।
कंपनियों ने उपलब्ध कराएं हैं कई ऐसे उत्पाद
कंपनियों ने मेडिकल रिटेलर्स, स्टॉकिस्ट को कई सारे ऐसे उत्पाद उपलब्ध कराए हैं, जो कोरोना के दौरान डॉक्टरों द्वारा सजेस्ट किए जाते हैं।
-राजकिशोर नत्थानी, उपाध्यक्ष चैंबर ऑफ कॉमर्स
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लव सोनकर
लव सोनकर - 9 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। पिछले 7 सालों से डिजिटल मीडिया से जुड़े हुए हैं और कई संस्थानों में अपना योगदान दि है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता ए...और पढ़ें...
Published on:
05 Jan 2022 09:27 pm


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