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गर्मी में बढ़ी हरी सब्जियों की मांग, बढ़ी कीमत से बिगड़ रहा घरेलू बजट, शहर में इन जगहों से होती है आपूर्ति !

गर्मी के मौसम में ककड़ी,खीरा से लेकर हरी सब्जियां लोगों की पहली पसंद

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jaipur
Increased arrivals in the city of green vegetables

बिलासपुर. गर्मी के मौसम में ककड़ी,खीरा से लेकर हरी सब्जियां लोगों की पहली पसंद बन गयी हैं। किचेन में इन सब्जियों की मांग बढऩे से बाजार में इनके दाम भी बढऩे लगे हैं। ज्यादातर हरी सब्जियां 16 से 40 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रही है। जिसमें भिंडी, परवल, बैगन, लौकी, टमाटर आदि हंै। एकाएक सब्जियों की कीमतें बढऩे से किचन का बजट बिगडऩे लगा है। हरी सब्जियों की कीमत अचानक बढऩे से लोगों को अपनी पसंद की सब्जियोंं के लिए अधिक पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं। मध्यम वर्ग के परिवारों की थाली से कई सब्जियां गायब होने लगी है। बृहस्पतिबाजार सब्जी मंडी में खरीदी करने पहुुंचे किशोर ने बताया कि महीना भर पहले 200 रुपए में छोटे परिवार के लिए सप्ताह भर के लिए सब्जी खरीदता था लेकिन अब टमाटर ही 40 रुपए किलो बिक रहा है। बाजार में सब्जी की कीमत 16 रुपए से शुरु होकर 40 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गया है। गर्मी के मौसम में पानी की कमी होने के कारण सब्जियों की कीमत बढऩे का प्रमुख कारण है। सब्जी व्यापारी संजय साहू ने बताया कि सब्जी की कीमत बढऩे से व्यापारी भी काफी परेशान है। शहर के सब्जी विक्रेता तिफरा स्थित उप सब्जी मंडी से थोक के भाव में सब्जी लेकर आते हैं। गर्मी अधिक होने के कारण सब्जियां खराब हो जाती है। जिससे छोटे व्यापारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है। वहीं सब्जी लेकर आने में जो खर्च होता है उसका वहन व्यापारियों को ही करना पड़ता है। गर्मी अधिक होने के कारण सब्जी की पैदावार में भी कमी आती है। जिससे बाजार में सब्जियां कम पहुंच रही है। इस वजह से सब्जी का रेट अभी बढ़ा हुआ है।

आसपास के गांवों से भी आती है सब्जियां
शहर से लगे ग्राम मंगला, कोनी, मस्तूरी, लोखंडी, तखतपुर आदि स्थानों से सब्जियां तिफरा स्थित उप सब्जी मंडी पहुंचती है। जहां से व्यापारी अपने-अपने साधनों से सब्जी लेकर आते हैं। थोक के भाव में सब्जी लेने से कई बार व्यापारियों को खराब सब्जी मिल जाती है। वहीं ट्रांसपोर्टिंग का अलग से खर्च लगता है। जिसके कारण भी सब्जियों की कीमत बढ़ रही है।

इन सब्जियों की बढ़ी कीमत
लौकी- 16 रुपए किलो
कुम्हड़ा-16 रुपए किलो
बरबट्टी-30 रुपए किलो
करेला- 30 रुपए किलो
फूल गोभी- 35 रुपए किलो
हरा धनिया- 60 रुपए किलो
ङ्क्षभड़ी-16 रुपए किलो
तरोई-20 रुपए किलो
परवर-40 से 45 रुपए किलो
टमाटर-35 से 40 रुपए किलो
प्याज-15 रुपए किलो
आलू-20 रुपए किलो

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टिप्पणियाँ (43)

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है

सोनिया वर्मा
सोनिया वर्माjust now

दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।

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