AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
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आपके पास क्रेडिट कार्ड है, जिसका इस्तेमाल आप भी करते हैं और आपके दोस्त भी करते हैं. इसके बदले आपको मिलते हैं ढेर सारे रिवॉर्ड प्वाइंट्स और कैशबैक. दोस्त आपके ईमानदार हैं, जो क्रेडिट कार्ड के पैसे वो खर्च करते हैं, आपको UPI कर देते हैं ताकि आप समय पर क्रेडिट कार्ड का बिल चुका सकें. सबकुछ कितना बढ़िया है ना. जी नहीं, सबकुछ बढ़िया नहीं है, अनजाने में आप इनकम टैक्स नोटिस को न्यौता दे रहे हैं.
मान लीजिए आप एक प्राइवेट जॉब करते हैं. आपसी सालाना कमाई 6 लाख रुपये है. एक तरह से देखा जाए तो आपको कोई टैक्स नहीं देना होगा. मगर, आपके पास एक क्रेडिट कार्ड है. जिससे आपने साल भर में 9 लाख रुपये खर्च कर दिए. तो ऐसे में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को एक 'Red Flag' मिल जाता है, यानी डिपार्टमेंट को आपकी ट्रांजैक्शन को लेकर शक पैदा हो जाता है.
हालांकि इसमें आपकी ओर से किया जाने वाला खर्च का हिसाब आपके पास होगा, लेकिन जो खर्च आपके दोस्तों ने किया है, उसको साबित नहीं कर पाए तो आप मुश्किल में फंस सकते हैं. क्योंकि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ये देखेगा कि आपकी कमाई से ज्यादा आपने क्रेडिट कार्ड पर खर्च कर दिया है, तो टैक्स विभाग नोटिस भेजकर सवाल पूछेगा और सफाई मांगेगा.
देखिए, आपका PAN कार्ड आपके क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड से लिंक होता है. जैसे ही आप क्रेडिट कार्ड से खर्च करते हैं या फिर बिल का भुगतान करते हैं तो इसकी सारी डिटेल इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को चली जाती है. इसके अलावा, हाई वैल्यू ट्रांजैक्शन की जानकारी आपका बैंक भी SFT (Statement of Financial Transactions) के जरिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को देता है.
इनकम टैक्स पोर्टल पर भी आपके AIS यानी सालाना स्टेटमेंट में भी आपके क्रेडिट कार्ड के खर्चे दिखते हैं. तो कुल मिलाकर ये कि आप क्रेडिट कार्ड से जो खर्च करते हैं, उसकी पूरी जानकारी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के पास होती है.
अगर आप इनकम टैक्स विभाग को ये साबित नहीं कर पाए कि आपकी सैलरी 6 लाख रुपये है तो आपने 9 लाख रुपये कैसे खर्च कर दिए, सोर्स ऑफ फंड क्या है, तो इस केस में इसे Unexlained Income मान लिया जाता है. तब आपके ऊपर टैक्स, इंटरेस्ट और पेनल्टी चुकानी पड़ सकती है.
अब देखिए कि सिर्फ रिवॉर्ड्स के चक्कर में आपने कितना बड़ा जोखिम मोल ले लिया और इसकी आपको कितनी बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है.
5 लाख रुपये आपने खर्च किए ये आप इनकम टैक्स डिपार्टमें को साबित कर देंगे, बाकी बचे आपके दोस्तों ने जो 4 लाख रुपये खर्च किए, इसकी सफाई अगर नहीं दे पाए तो कैसे टैक्स बनेगा, समझिए -
4 लाख रुपये 'Unexplained Amount' पर टैक्स लायबिलिटी कैसे बनेगी
Tax (60%) = 2,4,000 रुपये
सरचार्ज (25%) = 60,000 रुपये
सेस (4%) = 12,000 रुपये
TOTAL: यानी आपको 3.12 लाख रुपये भरने होंगे. यानी सिर्फ कुछ परसेंट रिवॉर्ड प्वाइंट्स के चक्कर में आपको तगड़ा झटका लग सकता है.
इसलिए कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है.
क्रेडिट कार्ड एक बढ़िया इंस्ट्रूमेंट है, इसका इस्तेमाल अगर स्मार्ट तरीके से करेंगे तो बहुत फायदे हैं, लेकिन जरा सी लापरवाही वित्तीय और मानसिक दोनों तरह के तनाव पैदा कर सकती है.
राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

क्या आपको लगता है कि यह टैरिफ भारत की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा?
Published on:
18 Dec 2025 02:34 pm


यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।
हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है
दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।