AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
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Lokayukt Action: आम लोगों की आवाज मानी जाने वाली सीएम हेल्पलाइन जैसी व्यवस्था जब सौदेबाजी का जरिया बन जाए तो सवाल उठना लाजिमी है। मंगलवार को छिंदवाड़ा ज़िले में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया, जब लोकायुक्त टीम ने अमरवाड़ा में तैनात ब्लॉक एकेडमिक कोऑर्डिनेटर (BAC) को 10,000 रुपए की रिश्वत (Bribe) लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। (MP News)
यह मामला एक प्राइवेट स्कूल से जुड़ा है। सिंगोड़ी गांव के यूनिक पब्लिक स्कूल के खिलाफ सीएम हेल्पलाइन (CM Helpline) पर शिकायत दर्ज की गई थी। शिकायत को सुलझाने की ज़िम्मेदारी बीएसी ऑफिस की थी। हालांकि, आरोप है कि शिकायत बंद करने के बदले में बीएसी सत्येंद्र जैन ने खुलेआम पैसे मांगने शुरू कर दिए। उसने साफ कहा कि अगर पैसे दिए जाएंगे, तो शिकायत बंद कर दी जाएगी; नहीं तो फाइल पेंडिंग रहेगी।
स्कूल कमेटी से जुड़ी शिकायतकर्ता कविता पिपरदे ने दबाव में आने के बजाय जबलपुर में लोकायुक्त से संपर्क किया। शिकायत की गोपनीय जांच की गई, जिसमें आरोप सही पाए गए। इसके बाद एक जाल बिछाया गया।
मंगलवार को आरोपी ने शिकायतकर्ता को छिंदवाड़ा के सर्कुलर रोड पर इंडियन कॉफी हाउस बुलाया। जैसे ही 10,000 रुपए का लेन-देन हुआ, पहले से मौजूद लोकायुक्त टीम ने तुरंत कार्रवाई की और बीएसी को गिरफ्तार कर लिया। कॉफी हाउस में अफरा-तफरी मच गई और यह पूरा मामला जल्दी ही सबके सामने आ गया।
लोकायुक्त ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। इस कार्रवाई ने एक बार फिर सिस्टम के उन अधिकारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं जो जनता की शिकायतों को पैसे कमाने का जरिया बनाते हैं। (MP News)
राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

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Published on:
24 Dec 2025 09:45 am


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