Patrika Logo
Switch to English
होम

होम

वीडियो

वीडियो

प्लस

प्लस

ई-पेपर

ई-पेपर

प्रोफाइल

प्रोफाइल

फेस अटेंडेट में हुआ खुलासा…नगर निगम के वेतन में ही घोटाला

करीब 50 लाख रुपए प्रतिमाह बिना उपस्थिति वाले कर्मचारियों के नाम पर जारी हो रहे हैं। इसके अलावा निगम के रेकॉर्ड में भी कर्मचारियों की संख्या में भी हेरफेर है। निगम में बीते दो माह से फेस अटेंडेंस प्रायोगिक तौर पर हो रही है।जिसमें यह खुलासा हुआ।

🌟 AI से सारांश

AI-generated Summary, Reviewed by Patrika

🌟 AI से सारांश

AI-generated Summary, Reviewed by Patrika

पूरी खबर सुनें
  • 170 से अधिक देशों पर नई टैरिफ दरें लागू
  • चीन पर सर्वाधिक 34% टैरिफ
  • भारत पर 27% पार्सलट्रिक टैरिफ
पूरी खबर सुनें
chhindwara nagar nigam staff salary scam face attendance mp news
chhindwara nagar nigam staff salary scam (फोटो- सोशल मीडिया)

आर्थिक संकट से जूझ रहे नगर निगम में वेतन भुगतान के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। निगम में प्रतिदिन फेस अटेंडेंस के आधार पर करीब 1,650 अधिकारी-कर्मचारियों की उपस्थिति दर्ज हो रही है, जबकि हर माह 1,840 कर्मचारियों को वेतन दिया जा रहा है।


इस अंतर से अनुमान है कि करीब 50 लाख रुपए प्रतिमाह बिना उपस्थिति वाले कर्मचारियों के नाम पर जारी हो रहे हैं। इसके अलावा निगम के रेकॉर्ड में भी कर्मचारियों की संख्या में भी हेरफेर है। निगम में बीते दो माह से फेस अटेंडेंस प्रायोगिक तौर पर हो रही है।जिसमें यह खुलासा हुआ।


फेस अटेंडेंस लागू होने के बाद उजागर हुई यह गड़बड़ी नगर निगम की वित्तीय सेहत और पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है। सूत्रों के अनुसार नगर निगम में वर्ष 2017 की सूची में 1,983 कर्मचारियों के नाम दर्ज थे। इनमें से हाल ही में 48 मृत कर्मचारियों के नाम हटाए गए। करीब 180 कर्मचारी स्थायी रूप से अनुपस्थित बताए जा रहे हैं। इस तरह वास्तविक संख्या लगभग 1,755 कर्मचारियों की होना चाहिए, फिर भी भुगतान 1,840 कर्मचारियों को किया जा रहा है। फेस अटेंडेंस लागू होने पर करीब 85 कर्मचारियों के अंतर का मामला सामने आया है। अधिकारियों के अनुसार, इस अंतर को आधार बनाकर वेतन भुगतान में संभावित हेराफेरी और फर्जी उपस्थिति के मामलों की पुष्टि की जा रही है।


हर माह वेतन जुटाने में मशक्कत, फिर भी गड़बड़ी


लेखा विभाग के अनुसार नगर निगम कर्मचारी वेतन मद में हर महीने करीब 4 करोड़ रुपए का भुगतान होता है। चुंगी क्षतिपूर्ति और स्थानीय करों की राशि जुटाकर यह भुगतान किया जाता है। ऐसे में फेस अटेंडेंस सिस्टम के जरिए सामने आए आंकड़े निगम की वित्तीय स्थिति पर गंभीर प्रश्न खड़े कर रहे हैं।


प्रशासनिक आंकड़ों में भी बड़ा अंतर


नगरीय प्रशासन संचालनालय के रिकॉर्ड में 1,935 अधिकारी-कर्मचारी दर्ज हैं, जबकि नगर निगम के आंकड़ों में 1,983 कर्मचारी बताए जा रहे हैं। दोनों विभागों के आंकड़ों में अंतर निगम की कर्मचारी सूची और भुगतान प्रणाली पर सवाल उठाता है।


इनका कहना है…


नगर निगम में फेस अटेंडेंस और वास्तविक उपस्थिति में फर्क पाया गया है। अब प्रतिदिन भौतिक सत्यापन हो रहा है। इस माह कर्मचारियों को वेतन फेस अटेंडेंस के आधार पर दिया जाएगा। तनख्वाह तैयार करने में गड़बड़ी पाए जाने पर संबंधित कर्मचारी पर कठोर कार्रवाई होगी।
-सीपी राय,आयुक्त नगर निगम

राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

अभी चर्चा में
(35 कमेंट्स)

अभी चर्चा में (35 कमेंट्स)

User Avatar

आपकी राय

आपकी राय

क्या आपको लगता है कि यह टैरिफ भारत की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा?


ट्रेंडिंग वीडियो

टिप्पणियाँ (43)

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है

सोनिया वर्मा
सोनिया वर्माjust now

दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।

User Avatar