AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
Sugar factory : बालोद जिले का एकमात्र दंतेश्वरी मइया सहकारी शक्कर कारखाना गन्ने की कमी से जूझ रहा है। वहीं जिन किसानों के भरोसे शक्कर कारखाना है। वही किसान बीते तीन दिनों से काफी परेशान हो रहे हैं। प्रबंधन ने पहले 19 फिर 20 दिसंबर की तारीख कारखाना को शुरू करने पर तय की थी, जिस इंजीनियर को कारखाने की सभी मशीनों की जांच करनी थी। वही इंजीनियर नहीं आ पाया। कारखाना प्रबंधन की मानें तो इंजीनियरों की टीम दिल्ली से आएगी। इंजीनियर पहले हवाई जहाज से शुक्रवार को आने वाले थे लेकिन उनकी फ्लाइट अचानक कैंसिल हो गई, जिसके बाद अब वे सड़क मार्ग से आ रहे हैं। ये टीम शनिवार देर रात या फिर रविवार तक पहुंचेगी। उसके बाद कारखाना की मशीनों को शुरू किया जाएगा। फिलहाल अभी किसानों को परेशान रहना पड़ेगा। वहीं किसानों ने साफ कहा है कि रविवार को अगर कारखाना शुरू नहीं हुआ और किसानों के गन्ने खाली नहीं कराए गए तो वे कारखाना परिसर में ही प्रदर्शन करेंगे।
शक्कर कारखाना में उपस्थित किसानों व कारखाना प्रबंधन के मुताबिक विगत 18 दिसंबर से किसानों को गन्ना लाने कहा गया, जिसके अनुसार किसान कारखाना में गन्ना ला रहे हैं। शनिवार शाम 5 बजे के करीब लगभग 70-80 किसानों के लगभग 100 से अधिक ट्रैक्टर ट्रॉली में गन्ना कतारों में हैं। वहीं कई किसानों के गन्ने खाली कराए गए हैं। वर्तमान में देखा जाए तो कारखाना में लगभग 1 हजार मैट्रिक टन से अधिक गन्ना लाया जा चुका है।

यह भी पढ़ें :
गन्ना किसानों ने कहा कि जिम्मेदारों की इसी हरकतों के कारण गन्ना फसल करने की इच्छा खत्म हो जाती है। इस कारखाना को कभी सही सिस्टम से शुरू कराने ध्यान नहीं दिया गया, जब पूरी तैयारी कर लेते तब गन्ना किसानों को सूचित कर गन्ना मंगाते और तत्काल गन्ना डंप करवाते पर यहां तो उल्टा ही हो रहा है। किसान रोहित साहू ने कहा कि किसानों की परेशानियों को भी अधिकारी गंभीरता से समझें।
यह भी पढ़ें :
बालोद से आए किसान खेमराज साहू ने कहा कि वह गन्ना की कटाई कर विगत 18 दिसंबर से गन्ना लाया है और गन्ना को चार किराए के ट्रैक्टर से लाए हैं। उनका किराया अलग से देना पड़ रहा है। सबसे बड़ी बात यह है कि यहां किसानों के लिए रुकने व भोजन की व्यवस्था हर साल बनाते हैं। लेकिन इस साल अभी तक तैयारी अधूरी है। उन्होंने कहा कि किसानों के साथ इस तरह से हरकत क्यों किया जाता है, यह समझ से परे है।
किसान सुभाष साहू, अंदरूज साहू व अनिश दीवान आदि ने बताया कि किसानों को काफी नुकसान खड़ी गाडिय़ों से होता है। धूप से गन्ने में सूखत, वाहन का किराया यह सब देना पड़ता है। रविवार तक हर हाल में कारखाना शुरू कराएं व गाडिय़ों से गन्ना डंप करवाए या फिर वाहनों का किराया दें।
एलएल देवांगन जीएम दंतेश्वरी मइया सहकारी शक्कर कारखाना करकाभाट ने कहा कि इंजीनियरों की टीम शुक्रवार को ही आने वाली थी लेकिन उनकी फ्लाइट कैंसिल हो गई, जिसके बाद सड़क मार्ग से यह टीम आ रही है। जल्द ही टीम पहुंच जाएगी फिर कारखाना शुरू कर दिया जाएगा।
शक्कर कारखाना के एमडी राजेंद्र कुमार राठिया ने कहा कि शक्कर कारखाना में किसानों के लिए पूरी सुविधा का ध्यान रखा जा रहा है। उनके ठहरने के भी साधन हैं। वहीं कैंटीन भी शुरू किया जाएगा।
राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

क्या आपको लगता है कि यह टैरिफ भारत की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा?
Updated on:
20 Dec 2025 11:44 pm
Published on:
20 Dec 2025 11:41 pm


यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।
हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है
दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।