AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
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गाडरवारा। बार कौंसिल ऑफ इंडिया के आव्हान पर मंगलवार को स्थानीय अधिवक्ता न्यायालय से लेकर पलोटनगंज तक रैली निकालकर अधिवक्ता संघ जिंदाबाद, हमारी मांगे पूरी करो जैसे नारे लगाते हुए निकले। वहां से वापस तहसील कार्यालय पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम एसडीएम सोनम जैन को एक ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें मांगें रखी गईं है कि अधिवक्ताओं को बैठने के लिए चैंबर, ई-लायब्रेरी सुविधा, अधिवक्ताओं के परिवार के लिए बीमा योजना, नए अधिवक्ताओं को 10 हजार रुपए मासिक फंड, अधिवक्ताओं को मृत्यु पर पांच लाख रुपए का प्रावधान, एडवोकेड प्रोटेक्शन एक्ट को शीघ्र लागू किया जाने अधिवक्ता कल्याण हेतु पांच करोड़ रुपए का प्रावधान, आवासीय भत्ता, विधिक सेवा प्राधिकरण एवं अन्य प्रक्रियाओं में नियुक्ति, असमय मृत्यु होने पर उनके परिवारजनों को आर्थिक सहायता एवं अधिवक्ताओं के साथ कार्य करने वाले मुंशी आदि को भी अधिवक्ताओं की तरह लाभ दिया जाए।
इस मौके पर तहसील कार्यालय परिसर में नुक्कड़ सभा का आयोजन किया गया। जिसमें अधिवक्ताओं ने अपने विचार रखकर वकीलों को एकजुट होने की बात रखी। अधिवक्ता संघ अध्यक्ष बसंत तपा ने कहा कि बार कौंसिल ऑफ इंडिया के आव्हान पर यह विरोध किया गया है। यदि हम अधिवक्ताओं की मांगों को पूरा नहीं किया गया तो हम केन्द्र सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे। इस मौके पर अधिवक्ता संघ के पदाधिकारी एवं सैकड़ों की संख्या में अधिवक्ता मौजूद रहे।
राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

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Published on:
12 Feb 2019 05:40 pm


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