Patrika Logo
Switch to English
होम

होम

वीडियो

वीडियो

प्लस

प्लस

ई-पेपर

ई-पेपर

प्रोफाइल

प्रोफाइल

एसिड से धो रहे सिंघाड़े, स्वास्थ्य के लिए घातक

ग्वालियर. स्वास्थ्य के लिए लाभदायक सिंघाड़े भी सेहत के लिए घातक हो सकते हैं। क्योंकि इन्हें एसिड से धोया जा रहा है, जो मानव जीवन के लिए खतरनाक है। दरअसल, पानी में पैदा होने वाले सिंघाड़े का रंग पानी वजह से काला हो जाता है। इस कालेपन को हटाने के लिए एसिड का उपयोग किया […]

🌟 AI से सारांश

AI-generated Summary, Reviewed by Patrika

🌟 AI से सारांश

AI-generated Summary, Reviewed by Patrika

पूरी खबर सुनें
  • 170 से अधिक देशों पर नई टैरिफ दरें लागू
  • चीन पर सर्वाधिक 34% टैरिफ
  • भारत पर 27% पार्सलट्रिक टैरिफ
पूरी खबर सुनें
स्वास्थ्य के लिए लाभदायक सिंघाड़े भी सेहत के लिए घातक हो सकते हैं। क्योंकि इन्हें एसिड से धोया जा रहा है, जो मानव जीवन के लिए खतरनाक है।

ग्वालियर. स्वास्थ्य के लिए लाभदायक सिंघाड़े भी सेहत के लिए घातक हो सकते हैं। क्योंकि इन्हें एसिड से धोया जा रहा है, जो मानव जीवन के लिए खतरनाक है। दरअसल, पानी में पैदा होने वाले सिंघाड़े का रंग पानी वजह से काला हो जाता है। इस कालेपन को हटाने के लिए एसिड का उपयोग किया जा रहा है। इस एसिड की वजह से सिंघाड़े का रंग हरा हो जाता है और वह मुलायम भी हो जाते हैं। यदि बिना धोए किसी ने सिंघाड़े खा लिया तो यह नुकसान भी कर सकता है। खाद्य एवं सुरक्षा विभाग ठेलों पर सिंघाड़े धोने में उपयोग होने वाले एसिड की जांच करने के लिए नहीं पहुंच रहा है और न नमूने ले रहा है। शहर में ङ्क्षसघाड़े की आवक अगस्त के अंत में शुरू हो जाती है। महू जमाहर की ओर इसकी खेती बड़े पैमाने पर की जाती है। इसमें नाले के पानी का उपयोग भी किया जाता है, जिससे रंग काला पड़ जाता है। यदि रंग काला रहता है तो ठेले वालों को भाव नहीं मिलता है। इसके चलते सिंघाड़े को चमकाया जाता है। जानकारों की मानें तो एसिड का उपयोग किया जा रहा है, यह तेजाब की तरह होता है।

उल्टी दस्त जैसी हो सकती है समस्या

-विशेषज्ञों की मानें तो एसिड से धुले सिंघाड़े खाने से स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। जैसे कि गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल की परेशानी, एलर्जी, उल्टी, और दस्त जैसी समस्याएं शामिल हैं। सिंघाड़े में पोषक तत्व होने के कारण ये सेहत के लिए फायदेमंद माने जाते हैं, लेकिन तेजाब मिलाने से ये किसी जहर से कम नहीं होते।
-शहर में सिंघाड़े का लोग काफी सेवन कर रहे हैं। 40 से 60 रुपए किलो के बीच सिंघाड़ा शहर में मिल रहा है। किसान मंडी में मूल रूप में सिंघाड़ा लेकर आता है, लेकिन ठेलों पर इसे चमकाया जाता है।

एसिड की जांच करते हैं पर उसकी पुष्टि नहीं होती है। ठेले वाले धोने के बाद उन्हें फिर धो देते हैं। यदि कहीं शिकायत आती है तो जांच की जाएगी।

  • लोकेंद्र धाकड़, खाद्य सुरक्षा अधिकारी

राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

अभी चर्चा में
(35 कमेंट्स)

अभी चर्चा में (35 कमेंट्स)

User Avatar

आपकी राय

आपकी राय

क्या आपको लगता है कि यह टैरिफ भारत की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा?


ट्रेंडिंग वीडियो

टिप्पणियाँ (43)

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है

सोनिया वर्मा
सोनिया वर्माjust now

दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।

User Avatar