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कोहरा आया, पर सर्दी नहीं, पांच साल बाद बनी ऐसी स्थिति, जेट स्ट्रीम हवा का भी रुख बदला

पश्चिमी विक्षोभ तिब्बत के पठार में शिफ्ट होने की वजह से बनी है स्थिति

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शहर में कोहरे ने भी दस्तक दे दी है और दृश्यता 500 से 1000 मीटर तक आई है, लेकिन कोहरे साथ कड़ाके की सर्दी ने दस्तक नहीं दी है। इसकी वजह है बर्फीली हवा का न आना।
शहर में कोहरे ने भी दस्तक दे दी है और दृश्यता 500 से 1000 मीटर तक आई है, लेकिन कोहरे साथ कड़ाके की सर्दी ने दस्तक नहीं दी है। इसकी वजह है बर्फीली हवा का न आना।

शहर में कोहरे ने भी दस्तक दे दी है और दृश्यता 500 से 1000 मीटर तक आई है, लेकिन कोहरे साथ कड़ाके की सर्दी ने दस्तक नहीं दी है। इसकी वजह है बर्फीली हवा का न आना। जेट स्ट्रीम हवा भी चलने लगी है, लेकिन इसका उत्तर पश्चिम भारत में इसका असर है। ग्वालियर चंबल संभाग में जेट स्ट्रीम हवा ने भी रुख मोड़ लिया है। 2020 के बाद ऐसी स्थिति बन रही है। इस सप्ताह भी शहर में कड़ाके की सर्दी की संभावना नहीं है। वर्तमान में दो पश्चिमी विक्षोभ आने वाले हैं। इनके गुजर जाने के बाद 21 दिसंबर वाले सप्ताह में सर्दी की रफ्तार बढ़ सकती है।

सर्दी के सीजन के 76 दिन बीत गए हैं। इन 76 दिन में शहरवासियों ने कड़ाके की सर्दी का सामान नहीं किया है। दिन व रात का तापमान सामान्य से ऊपर चल रहा है। वैसे दिसंबर दूसरे पखवाड़े से लोगों दिन में गर्म कपड़े पहनने पड़ते थे। दिन में ज्यादा गर्म कपड़े की जरूरत नहीं पड़ रही है। हाफ जैकेट में ही काम चल रहा है। अब शहर में मध्यम कोहरे की दस्तक दी है। सोमवार को दृश्यता 500 मीटर तक रही। इससे सडक़ व रेल यातायात प्रभावित रहा। न्यूनतम तापमान 9.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।

पश्चिमी विक्षोभ पर निर्भर करती है सर्दी

ग्वालियर-चंबल अंचल में कश्मीर में आने वाले पश्चिमी विक्षोभ पर सर्दी निर्भर करती है, लेकिन इस बार लगातार पश्चिमी विक्षोभ आ रहे हैं। ये कश्मीर की जगह तिब्बत से होते हुए जा रहे हैं। इस कारण असर कम है। पश्चिमी विक्षोभ के गुजर जाने के बाद उत्तरी हवा नहीं चल पा रही है।

- सर्दी के दौरान क्षोभ मंडल में 12 किलोमीटर ऊपर जेट स्ट्रीम हवा चलती है। पिछले दिसंबर जनवरी में लगातार जेट स्ट्रीम हवा चली थी, जिससे शहर में कड़ाके की सर्दी पड़ी थी। इस बार जेट स्ट्रीम हवा 222 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से चल रही है। उत्तर पश्चिम भारत में चल रही है। ग्वालियर चंबल संभाग इसका प्रभाव नहीं है।

एक्सपर्ट

- पश्चिमी विक्षोभ सर्दी निर्भर करती है। मजबूत पश्चिमी विक्षोभ नहीं आए हैं। इस कारण कड़ाके की सर्दी नहीं हो रही है। यदि कोहरा छा रहा है और बर्फीली हवा चल रही है, तक कड़ाके की सर्दी होती है।

उमाशंकर चौकसे, मौसम वैज्ञानिक

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टिप्पणियाँ (43)

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है

सोनिया वर्मा
सोनिया वर्माjust now

दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।

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