AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
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ग्वालियर. शहर में बढ़ती ठंड के साथ ही दिल के दौरे का खतरा भी बढ़ गया है। सांस फूलना, घबराहट और बेचैनी जैसी समस्याओं को इस मौसम में बिल्कुल भी हल्के में न लें, क्योंकि जरा सी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। यह लक्षण कार्डियक बीमारी के गंभीर संकेत हो सकते हैं। जयारोग्य अस्पताल (जेएएच ) समूह के कार्डियोलॉजी विभाग में इन दिनों ऐसे मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। विशेषकर हाई ब्लड प्रेशर, शुगर और पहले से हृदय रोग से पीडि़त मरीज अधिक संख्या में अस्पताल पहुंच रहे हैं, जिसमें हर उम्र के लोग शामिल हैं। पिछले तीन-चार दिनों से बढ़ी कड़ाके की सर्दी के चलते कार्डियोलॉजी ओपीडी में मरीजों की संख्या लगभग 90 तक पहुंच गई है।
हाल ही में एक ऐसा ही मामला सामने आया। दो दिन पहले हजीरा निवासी शशिकांत को हार्ट में तेज दर्द की शिकायत के बाद जेएएच के कार्डियोलॉजी विभाग लाया गया। समय पर पहुंचने और डॉक्टरों द्वारा तत्काल सीपीआर देने के बाद एंजियोग्राफी कराई गई, जिससे उनकी जान बच गई। डॉक्टर भी लगातार मरीजों और उनके परिजनों को यही सलाह दे रहे हैं कि किसी भी लक्षण को नजरअंदाज न करें और समय पर अस्पताल पहुंचें, क्योंकि प्रारंभिक उपचार से ही जान बचाई जा सकती है।
युवाओं में बढ़ता खतरा: बीड़ी-सिगरेट बन रही वजह
अब हार्ट अटैक की समस्या केवल बुजुर्गों तक सीमित नहीं रही। कार्डियोलॉजी में 25 से 35 साल तक के कई युवा मामले भी आ रहे हैं, जो बीड़ी-सिगरेट का सेवन करते हैं। कुछ समय पहले तक 40 साल के बाद ही लोगों में हार्ट की समस्या देखने को मिलती थी, लेकिन अब युवा अवस्था में ही धूम्रपान के कारण दिल पर असर आने लगा है, जिससे कम उम्र के लोग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं।
डॉक्टरों की सलाह
ठ्ठ दवाएं नियमित लें: बीपी और हार्ट के मरीजों को अपनी दवाएं नियमित रूप से लेनी चाहिए।
ठ्ठ ठंडी हवा से बचें: सुबह जल्दी ठंडी हवा में टहलने से बचें।
ठ्ठ गर्म कपड़े पहनें: शरीर को ठंड से सुरक्षित रखने के लिए गर्म कपड़े पहनें।
ठ्ठ नियमित जांच: नियमित रूप से ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच कराएं।
ठ्ठ तत्काल डॉक्टर से मिलें: किसी भी असामान्य लक्षण जैसे सांस फूलना, सीने में दर्द, घबराहट, बेचैनी या अत्यधिक पसीना आने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
लापरवाही भारी पड़ सकती
सर्दी के बढ़ते ही हार्ट के मरीज बढऩे लगे हैं। ऐसे में लापरवाही भारी पड़ सकती है। आने वाले दिनों में सर्दी का असर को देखते हुए नियमित जांच के साथ दवाएं लेते रहें और किसी भी समस्या को हल्के में न लें।
डॉ. पुनीत रस्तोगी, विभागाध्यक्ष, कार्डियोलॉजी, जीआरएमसी
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Updated on:
23 Dec 2025 06:36 pm
Published on:
23 Dec 2025 06:34 pm


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