AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
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ग्वालियर. 69वीं राष्ट्रीय शालेय स्केटिंग प्रतियोगिता में मेजबान मध्यप्रदेश का प्रदर्शन उम्मीदों के विपरीत रहा। अपने ही गृह मैदान पर खेलने के बावजूद मप्र के स्केटर्स केवल दो स्वर्ण पदक ही जीत पाए, जिसके चलते राज्य को पदक तालिका में 15वाँ स्थान मिला। प्रदर्शन को लेकर खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों में निराशा देखी गई।
प्रतियोगिता में सीबीएसई बोर्ड की टीम ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए सर्वाधिक पदक जीते और पहला स्थान हासिल किया। वहीं पंजाब दूसरे और आंध्रप्रदेश तीसरे स्थान पर रहा। इन टीमों के स्केटर्स ने गति, संतुलन और तकनीक के दम पर निर्णायक बढ़त बनाई।मध्यप्रदेश के लिए दो स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ी ही राज्य के सम्मान को बचाने का सहारा बने, लेकिन समग्र प्रदर्शन अपेक्षाओं से काफी कमजोर रहा।
मप्र टीम के प्रदर्शन को लेकर खेल विशेषज्ञों का मानना है कि सबसे बड़ी कमजोरी समय पर प्रशिक्षण कैंप का आयोजन न होना रही।
नियमित कैंप और मैच-प्रैक्टिस न मिलने के कारण खिलाड़ी:
इसी कमी का असर परिणामों में भी दिखा और कई स्पर्धाओं में खिलाड़ी पिछड़ते चले गए। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि संगठित ट्रेनिंग कैंप और प्री-टूर्नामेंट तैयारी की जाती, तो मध्यप्रदेश अपने घरेलू मैदान का लाभ उठाते हुए बेहतर पदक हासिल कर सकता था।
राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

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लव सोनकर
लव सोनकर - 9 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। पिछले 7 सालों से डिजिटल मीडिया से जुड़े हुए हैं और कई संस्थानों में अपना योगदान दि है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता ए...और पढ़ें...
Published on:
30 Dec 2025 12:30 am


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