AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
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ग्वालियर. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम निवेशकों के लिए फायदे का सौदा साबित हो रही है। वर्ष 2023-24 शृंखला की अंतिम किस्त 12 फरवरी से शुरू हुई थी और 16 फरवरी शुक्रवार को इसका आखिरी दिन है। आरबीआई की ओर से इस बार गोल्ड बॉन्ड के दाम 6,263 रुपए प्रति ग्राम तय किए हैं, यानी सराफा बाजार की तुलना में गोल्ड बॉन्ड सस्ता है। ग्वालियर सराफा बाजार में सोना जहां 6,370 रुपए प्रति ग्राम के भाव से बिक रहा है वहीं गोल्ड बॉन्ड 6,263 रुपए में मिल रहा है।
गोल्ड बॉन्ड ने 8 साल में दिया 137 फीसदी रिटर्न
आरबीआई ने गोल्ड बॉन्ड की प्रथम सीरीज 2015-16 में जारी की थी। उस समय गोल्ड बॉन्ड 2,634 रुपए में बिका था। चूंकि बाजार भाव बढ़ा तो गोल्ड बॉन्ड के रेट भी बढ़ गए। अब इसके दाम 6,263 रुपए है। यानी 8 साल में गोल्ड बॉन्ड 137 फीसदी तक महंगा हो चुका है।
4 किलो सोने के बॉन्ड कर सकते हैं निवेश
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में 1 ग्राम से 4 किलो सोने के बॉन्ड के रूप में निवेश किया जा सकता है। वहीं किसी ट्रस्ट के लिए खरीद की अधिकतम सीमा 20 किलो है। निवेश करने पर सोने की जगह सर्टिफिकेट मिलता है। वहीं जब इस बॉन्ड को बेचते हैं तो उस समय सोने की जो कीमत रहती है। उस दाम में यह बिकता है। यही नहीं हर साल 2.5 फीसदी ब्याज भी अलग से मिलता है। ऑनलाइन बॉन्ड की खरीदी पर 50 रुपए डिस्काउंट मिलता है, यानी ऑनलाइन खरीदी पर यह 6,213 रुपए का पड़ेगा।
निवेश का अच्छा विकल्प सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड
सोने में निवेश के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड अच्छा विकल्प साबित हो रहा है। यही वजह है कि कम समय के लिए निकलने वाले बॉन्ड को निवेशक हाथों-हाथ लेते हैं। इनकी ऑनलाइन खरीदी में 50 रुपए का डिस्काउंट भी मिलता है। गोल्ड बॉन्ड को सार्वजनिक बैंकों के साथ ही पोस्ट ऑफिस, एनएसई, बीएसई, क्लीयरिंग कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के जरिए खरीद सकते हैं।
- पंकज शर्मा, चार्टर्ड अकाउंटेंट
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Published on:
16 Feb 2024 12:07 pm


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