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पैदल राहगीरों पर ‘वार’ 12 प्रमुख सडक़ें, 9 पर फुटपाथ नदारद, 9 महीने में 900 हादसे

बढ़ती वाहन संख्या और घटते फुटपाथों के कारण पैदल राहगीरों के लिए सडक़ें खतरनाक हो गई हैं। शहर की 12 मुख्य सडक़ों में से 9 पर फुटपाथ नहीं होने के कारण राहगीरों को ...

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gwalior road
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ग्वालियर. बढ़ती वाहन संख्या और घटते फुटपाथों के कारण पैदल राहगीरों के लिए सडक़ें खतरनाक हो गई हैं। शहर की 12 मुख्य सडक़ों में से 9 पर फुटपाथ नहीं होने के कारण राहगीरों को गाडिय़ों के बीच चलना पड़ रहा है, जिससे सडक़ हादसों की संख्या में वृद्धि हो रही है। करीब 11 लाख वाहन शहर की सडक़ों पर दौड़ रहे हैं, 12 मुख्य सडक़ों के 78.3 किलोमीटर रास्तों पर ट्रैफिक ज्यादा है। यातायात पुलिस के आकंडों के हिसाब से जिले में पिछले 9 महीने में रोड एक्सीडेंट की संख्या 900 के पार पहुंच गई है। इनमें 165 के करीब लोगों की जान गई है। हादसों में जान गंवाने और जख्मी होने वालों में कई लोग पैदल राहगीर भी रहे हैं।

शहर के मुख्य रास्ते, गिने-चुने पर फुटपाथ, वह भी घिरे

  • एयरपोर्ट से महाराजबाड़ा: करीब 15.3 किमी के इस रास्ते पर शहर के अलावा ङ्क्षभड से आने वाले वाहनों का दबाव रहता है। डीडी नगर से गोला का मंदिर चौराहा तक 5.5 किमी के रास्ते पर फुटपाथ है। कई जगह अतिक्रमण है।
  • हजीरा से पड़ाव चौराहा: 2.7 किमी की दूरी है। तानसेन रोड पर करीब 1.9 किमी की सडक़ पर एक तरफ फुटपाथ है। यहां भी कई जगह अतिक्रमण है।
  • पड़ाव से फूलबाग चौराहा: करीब 750 मीटर की दूरी है। यह रास्ता शहर का सबसे व्यस्त मार्ग है। लक्ष्मीबाई समाधि से पड़ाव चौराहा तक दोनों तरफ फुटपाथ है, लेकिन यहां भी अतिक्रमण है। एफओबी है उसका उपयोग नहीं हो रहा।
  • यहां भी परेशानी: जयेंद्रगंज, पाटनकर बाजार, दौलतगंज, महाराज बाड़ा, रॉक्सी रोड, चावड़ी बाजार, मोर बाजार, माधौगंज, नया बाजार, लोहिया बाजार, किलागेट का बाजार, मुरार सदर बाजार, गर्म सडक़ के बाजार में फुटपाथ नहीं है।

इन रास्तों पर यातायात का दबाव

रास्ते-----------------------------------दूरी किलोमीटर-----क्रॉस करने में वक्त-----फुटपाथ
हुरावली से महाराज बाड़ा------------9.5 किलोमीटर-----35 मिनट---------------नहीं
जलालपुर तिराहा से ङ्क्षशदे की छावनी--7.8 किलोमीटर-----26 मिनट---------------नहीं
मुरार से महाराजबाड़ा---------------8.6 किलोमीटर-----37 मिनट---------------नहीं
हजीरा चौराह से महाराजबाड़ा--------4.3 किलोमीटर-----20 मिनट-----तानसेन रोड पर लेकिन घिरा
गोला का मंदिर चौराहा से मुरार-------1.8 किलोमीटर-----15 मिनट---------------नहीं
महाराजबाड़ा से मोतीझील----------7 किलोमीटर-----31 मिनट---------------नहीं
लक्ष्मीगंज से रेलवे स्टेशन----------6.5 किलोमीटर-----20 मिनट-----लक्ष्मीबाई समाधि के पास
विक्की फैक्ट्री से राजमाता चौराहा---7.1 किलोमीटर-----23 मिनट-------------नहीं

एक्सपर्ट

सडक़ पर पैदल चलना लोगों का अधिकार है। उसके लिए फुटपाथ जरुरी है। यातायात को लेकर शहर में हो हल्ला मचता है। लेकिन बात सिर्फ वाहनों की भीड़ और जाम की होती है। पैदल चलने वालों की तरफ कोई नहीं सोच रहा है। शहर में नई सडक़ें रास्ते बने हैं लेकिन जिस हिसाब से फुटपाथ भी बनना चाहिए वह नहीं है जो बने हैं वह फुटपाथ बाजार बन गए हैं। लोगों के चलने की जगह दुकानें लग गई हैं।
दीपक भार्गव रिटायर्ड सीएसपी

इनका कहना

पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ की कमी है, जो हैं उन पर कब्जे हैं। अतिक्रमण हटाने के लिए निगम से कई बार चर्चा भी हुई है। नए फुटपाथ भी बनाए जाने चाहिए।
अजीत सिंह चौहान, यातायात डीएसपी

राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

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टिप्पणियाँ (43)

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है

सोनिया वर्मा
सोनिया वर्माjust now

दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।

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