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शहर में बढ़ा सीएनजी वाहनों का क्रेज, 9 माह में बिक गईं 3341 गाड़ियां

लोकल परिवहन की तस्वीर तेजी से बदल रही है। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों और प्रदूषण की चिंता के बीच अब शहर के लोग पर्यावरण के अनुकूल विकल्प की ओर रुख कर रहे हैं। यही वजह है कि इस वित्तीय वर्ष के इन 9 महीनों में ग्वालियर में सीएनजी गाडिय़ों की 3341 यूनिट्स की रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की गई है।

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सीएनजी गाड़ियां

ग्वालियर. लोकल परिवहन की तस्वीर तेजी से बदल रही है। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों और प्रदूषण की चिंता के बीच अब शहर के लोग पर्यावरण के अनुकूल विकल्प की ओर रुख कर रहे हैं। यही वजह है कि इस वित्तीय वर्ष के इन 9 महीनों में ग्वालियर में सीएनजी गाडिय़ों की 3341 यूनिट्स की रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की गई है। यह आंकड़ा न सिर्फ ऑटोमोबाइल बाजार के लिए उत्साहजनक है, बल्कि शहर के पर्यावरण के लिए भी एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है। वहीं पूर्व में लोगों की पसंद हाइब्रिड गाडिय़ां हुआ करती थीं, लेकिन ग्वालियर में सीएनजी गाड़ियों की बढ़ती लोकप्रियता सिर्फ एक बाजार ट्रेंड नहीं, बल्कि पर्यावरण के प्रति जागरूकता का प्रतीक बनती जा रही है। सीएनजी वाहनों से प्रदूषण में 20-25 फीसदी की कमी इस नए ट्रेंड का बड़ा कारण माना जा रहा है। सीएनजी गाडिय़ों से जहां जेब पर कम बोझ पड़ता है, वहीं धुएं और शोर में भी कमी आती है। ऑटोमोबाइल कारोबारी ऋषभ समाधिया ने बताया कि अब पेट्रोल और डीजल की गाड़ियों की बजाय लोग सीएनजी के वाहन खरीदना अधिक पसंद कर रहे हैं।

पेट्रोल-डीजल के मुकाबले सीएनजी : बदलाव की बयार

अब तक ग्वालियर में पेट्रोल और डीजल वाहनों का ही दबदबा रहा है। आंकड़ों पर नजर डालें तो इसी अवधि में डीजल के 1583 और पेट्रोल वेरिएंट के 2870 फोर व्हीलर बिके हैं। हालांकि, जानकारों का मानना है कि सीएनजी वाहनों की ओर बढ़ता झुकाव आने वाले समय में इन पारंपरिक ईंधनों की बिक्री को पीछे छोड़ सकता है। सीएनजी न केवल सस्ता ईंधन है, बल्कि इससे कार्बन उत्सर्जन भी अपेक्षाकृत कम होता है, जिससे हवा की गुणवत्ता बेहतर बनी रहती है।

किस महीने कितनी सीएनजी गाड़ियां बिकीं

(अप्रेल से दिसंबर तक)
महीना गाड़ी संख्या
अप्रेल 304
मई 377
जून 377
जुलाई 420
अगस्त 369
सितंबर 420
अक्टूबर 622
नवंबर 430
दिसंबर 22
(नोट : सभी आंकड़े ग्वालियर आरटीओ के मुताबिक)

एक्सपर्ट व्यू
पर्यावरण के लिए राहत की खबर

पर्यावरण विशेषज्ञ सुयश कुमार के अनुसार सीएनजी से चलने वाले वाहन पेट्रोल और डीजल की तुलना में लगभग 20-25 प्रतिशत कम कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जित करते हैं। इसके अलावा नाइट्रोजन ऑक्साइड और पार्टिकुलेट मैटर भी कम निकलता है, जो शहरी प्रदूषण के बड़े कारण माने जाते हैं। ग्वालियर जैसे ऐतिहासिक और तेजी से बढ़ते शहर के लिए यह बदलाव बेहद जरूरी है, ताकि आने वाली पीढ़ियों को साफ हवा मिल सके।

ये हैं ईंधन के दाम

  • पेट्रोल के रेट 106.45 रुपए लीटर।
  • डीजल के रेट 91.83 रुपए लीटर।
  • सीएनजी के रेट 95.45 रुपए प्रति किलो।

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टिप्पणियाँ (43)

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है

सोनिया वर्मा
सोनिया वर्माjust now

दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।

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