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Ear Whooshing Sound: रात में कान के अंदर “सर-सर” आवाज? सावधान! चुपचाप हो रही है खतरनाक बीमारी

Ear Whooshing Sound: कान में सर-सर या दिल की धड़कन जैसी आवाज सुनाई दे? जानिए पल्सेटाइल टिनिटस के लक्षण, कारण, खतरे और बचाव के तरीके।

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Ear Whooshing Sound
Ear Whooshing Sound (Photo- freepik)

Ear Whooshing Sound: कभी-कभी बिल्कुल शांत माहौल में या लेटे हुए अचानक कान के अंदर सर-सर या हुश-हुश जैसी आवाज सुनाई देती है। यह आवाज बाहर से नहीं आती, बल्कि दिल की धड़कन के साथ ताल में चलती हुई महसूस होती है। कई लोग इसे मामूली समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन डॉक्टरों के मुताबिक यह सिर्फ कान की समस्या नहीं, बल्कि खून की नसों और दिमाग की सेहत से जुड़ा संकेत भी हो सकता है।

डॉक्टर इसे पल्सेटाइल टिनिटस कहते हैं। यह आम टिनिटस (कान में घंटी बजने जैसी आवाज) से अलग होता है, क्योंकि इसमें आवाज खून के बहने की होती है।

इसके शुरुआती संकेत कैसे दिखते हैं?

शुरुआत में यह आवाज बहुत हल्की होती है और आती-जाती रहती है, इसलिए लोग ध्यान नहीं देते। अक्सर यह आवाज रात में, शांत जगह पर या लेटते समय ज्यादा महसूस होती है। लोग आमतौर पर ये अनुभव बताते हैं:

  • एक कान में ज्यादा महसूस होना
  • सिर घुमाने या एक्सरसाइज के बाद आवाज तेज होना
  • गर्दन पर हल्का दबाव डालने से कुछ देर राहत मिलना

इसके पीछे आम कारण क्या हो सकते हैं?

ज्यादातर मामलों में इसके कारण गंभीर नहीं होते और ठीक किए जा सकते हैं। जब कान के पास खून का बहाव तेज हो जाता है या कान अंदर की आवाजों को ज्यादा साफ पकड़ने लगता है, तब ऐसी आवाज सुनाई देती है। आम कारण हो सकते हैं:

  • बुखार, गर्भावस्था या ज्यादा मेहनत से खून का बहाव बढ़ना
  • खून की कमी (एनीमिया)
  • कान के अंदर सूजन या पानी भरना
  • नसों की बनावट में सामान्य फर्क
  • ज्यादा तनाव या थकान

कब यह किसी बीमारी का संकेत हो सकता है?

कुछ मामलों में यह आवाज अंदरूनी समस्या की ओर इशारा कर सकती है। गर्दन या दिमाग तक जाने वाली नसों का सिकुड़ना, नसों में गलत कनेक्शन बन जाना, दिमाग के अंदर दबाव बढ़ना, हाई ब्लड प्रेशर, कान के पास नसों से जुड़ी गांठ जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। ऐसे में जांच जरूरी हो जाती है।

डॉक्टर जांच क्यों करते हैं?

डॉक्टर सबसे पहले आपसे आपकी परेशानी के बारे में सवाल पूछते हैं और फिर कान, गर्दन और ब्लड प्रेशर की जांच करते हैं। जरूरत पड़ने पर सुनने की जांच, गर्दन की नसों का अल्ट्रासाउंड, CT या MRI स्कैन, खून की जांच की जाती है, ताकि पता चल सके कि मामला गंभीर है या नहीं।

रोजमर्रा में क्या करें जिससे राहत मिले?

  • नींद पूरी लें
  • तनाव कम करें
  • पानी खूब पिएं
  • ज्यादा चाय-कॉफी और नमक से बचें
  • हल्की बैकग्राउंड आवाज रखें ताकि ध्यान कम जाए

कान में दिल की धड़कन जैसी आवाज

कान में दिल की धड़कन जैसी आवाज डराने वाली लग सकती है, लेकिन ज्यादातर मामलों में यह कंट्रोल की जा सकती है। सही समय पर जांच और थोड़ी सावधानी से न सिर्फ डर कम होता है, बल्कि सेहत को लेकर सही फैसले भी लिए जा सकते हैं।

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टिप्पणियाँ (43)

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है

सोनिया वर्मा
सोनिया वर्माjust now

दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।

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