AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
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Needle Phobia: इंजेक्शन का नाम सुनते ही बच्चे हों या बड़े सब डर जाते है। इसी डर की वजह से काफी लोगों के मन में यह बात भी घर कर लेती है कि अमुक व्यक्ति के हाथ से इंजेक्शन लगाने से दर्द ज्यादा होता है और किसी दूसरे के हाथ से इंजेक्शन लगे तो पता ही नहीं चलता है। लेकिन वास्तव में ऐसा कुछ नहीं होता है। अब नीडल अंदर जाएगी तो दर्द तो होगा ही, यह बस हम सोच लेते हैं कि उसके हाथ से तो दर्द ही नहीं होता है। काफी बार तो लोग यह तक बोल देते हैं कि तुम्हारे हाथ से दर्द हुआ तो तुम्हें तो इंजेक्शन लगाना ही नहीं आता है। लेकिन क्या आपने कभी भी सोचा है कि हमें आखिर इंजेक्शन से डर क्यों लगता है? आइए डॉ. आदित्य सोनी की पत्रिका से बातचीत के आधार पर जानते हैं कि आखिर हमें इंजेक्शन से डर क्यों लगता है? क्या नीडल फोबिया एक कमजोरी है? और इसको कैसे कम किया जा सकता है?
WHO के अनुसार एक साल में पूरे विश्व में लगभग 16 बिलियन से भी ज्यादा इंजेक्शन लगाए जाते हैं। WHO की स्टडीज यह भी बताती हैं कि इंजेक्शन से डर लगने का प्रतिशत बच्चों में 20 से 50% होता है, वहीं वयस्क लोगों में इसका परसेंटेज 20 से 30 है। लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि जिन लोगों को इंजेक्शन के नाम से ही इतनी घबराहट होती है, उनको वैक्सीन से कोई ज्यादा असर नहीं पड़ता है। नीडल फोबिया वास्तव में एक बड़ी समस्या है, यह कोई कमजोरी नहीं होती है कि हमने लोगों को यह टैग दे दिया कि इसको इंजेक्शन से डर लगता है मतलब यह कमजोर और बुझदिल है।
काफी घटनाओं में नीडल फोबिया सामान्य सी परेशानी से कहीं बहुत ज्यादा हो जाता है। नीडल फोबिया के सामान्य लक्षण दिल की धड़कन बढ़ने, जी मिचलाने, पसीना और कंपकंपी छूटने से होते हैं और ये लक्षण असली फिजियोलॉजिकल रिएक्शन होते हैं। काफी बार तो ये इंजेक्शन लगने के घंटों बाद तक रहते हैं। अब बात यह आती है कि हमें डर क्यों लगता है। बचपन से ही यह डर माता-पिता के द्वारा मन में बिठा दिया जाता है कि शरारत मत करो नहीं तो इंजेक्शन लग जाएगा। इसके अलावा बचपन में लगी कोई मानसिक चोट या जल्दी पैनिक होने की आदत के कारण ऐसा होता है। मीडिया में नीडल को डरावना दिखाना और कई लोगों में सामान्य चिंता भी इसका कारण होता है।
इंजेक्शन से डर लगना एक आम बात है फिर भी इसके खतरे को कम करना जरूरी है क्योंकि काफी बार हमें ही इसका नुकसान भुगतना पड़ जाता है। इन उपायों को अपनाकर आप इस डर को कम कर सकते हैं:
1. इंजेक्शन लगवाने से पहले कुछ खाकर जाएं और हाइड्रेटेड रहें।
2. आपको इंजेक्शन से डर लगता है यह बात आप हेल्थ वर्कर को पहले ही बता दें, इससे आपको और उसको दोनों को फायदा होगा।
3. इंजेक्शन लगवाते समय खुद का ध्यान इंजेक्शन से हटाकर किसी बात पर फोकस करें, इससे आपको पता भी नहीं चलेगा और इंजेक्शन भी लग जाएगा।
राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

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Published on:
17 Dec 2025 03:47 pm


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