AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
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Winter Foods Bad for Heart: उत्तर भारत में सर्दियां आते ही एक अलग ही माहौल बन जाता है। ठंडी हवा, रजाई की गर्माहट और खाने की मेज पर गाजर का हलवा, बटर चिकन, गरमा-गरम पकौड़े, रेवड़ी और गजक सब कुछ दिल खुश कर देता है। लेकिन यही सर्दियों का मजा अगर जरा भी ज्यादा हो जाए, तो दिल और नसों के लिए परेशानी बन सकता है। डॉक्टर मनन अग्रवाल, के मुताबिक ठंड में ब्लड प्रेशर अपने आप थोड़ा बढ़ जाता है और खून गाढ़ा हो जाता है, ऐसे में भारी और तले-भुने खाने का असर सीधे दिल पर पड़ता है। तो आइए जानते हैं ठंड में खाई जानें वाली चीजों से क्या-क्या नुकसान होते हैं।
अक्सर लोग कहते हैं गाजर ही तो है, क्या नुकसान होगा? लेकिन असली बात ये है कि हलवे में गाजर से ज्यादा घी, खोया, मलाई और चीनी होती है। यही चीज इसे कैलोरी और फैट का बम बना देती है। सर्दियों में वैसे ही चलना-फिरना कम हो जाता है, ऐसे में रोज-रोज हलवा खाने से वजन, शुगर और ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ सकते हैं। ठंड में दिल पहले से ज्यादा मेहनत करता है, उस पर रोज स्टील की कटोरी भर हलवा डालना समझदारी नहीं है।
ठंडी रात, गरम नान और मलाईदार ग्रेवी सोचते ही मुंह में पानी आ जाता है। लेकिन यही मलाई, बटर और सैचुरेटेड फैट शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ाते हैं। ठंड में नसें पहले ही सिकुड़ी रहती हैं, ऊपर से ये फैट उन्हें और जाम कर सकते हैं। मतलब ये नहीं कि सब उबला खाना शुरू कर दें, बस इतना ध्यान रखें कि ऐसी ग्रेवी वाली चीजें रोज की आदत न बनें। थोड़ा कम क्रीम, छोटी मात्रा और साथ में ज्यादा सब्जी और रोटी रखें।
सर्दियों में चाय के साथ तली चीजें न हों, ऐसा हो ही नहीं सकता। लेकिन बहुत तेज तेल में तली गई चीजों में खराब फैट और टॉक्सिन्स भर जाते हैं। ये LDL बढ़ाते हैं, सूजन और खून के थक्के बनने का खतरा बढ़ाते हैं। ठंड में खून वैसे ही गाढ़ा होता है, ऐसे में रोज पकौड़े खाना रिस्की हो सकता है। बेहतर है इन्हें वीकेंड तक सीमित रखें और बाकी दिन भुने चने, मक्के का चाट या एयर-फ्राइड स्नैक्स खाएं।
बस दो-चार ही तो खाई है, ये बात अक्सर रेवड़ी-गजक के साथ सुनने को मिलती है। लेकिन ये छोटी-छोटी चीजें शुगर, गुड़ और फैट से भरी होती हैं। बिना ज्यादा मेहनत किए कैलोरी शरीर में जाती रहती है और वजन, शुगर बढ़ने लगता है। इन्हें पूरी तरह छोड़ने की जरूरत नहीं, बस इन्हें खास मौकों तक रखें और खुले में रखकर खाते न रहें।
राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

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Published on:
20 Dec 2025 01:56 pm


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