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सफाई पर करोड़ों खर्च, फिर भी जगह-जगह कचरा

कचरा संग्रहण में लापरवाही, डॉपिंग स्टेशन से शाम को नहीं निकलती हैं गाड़ियां

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Crores spent on cleaning, yet garbage everywhere
तीन करोड़ रुपए की तनख्वाह प्रति माह लेने वाले तीन हजार से अधिक स्वास्थ्य कर्मचारी शहर को स्वच्छ नहीं कर पा रहे हैं।

जबलपुर. तीन करोड़ रुपए की तनख्वाह प्रति माह लेने वाले तीन हजार से अधिक स्वास्थ्य कर्मचारी शहर को स्वच्छ नहीं कर पा रहे हैं। 540 कचरा वाहनों का सेटअप होने के बाद भी शहर की नालियों की सफाई नहीं होने से भरने वाला पानी, व्यावसायिक, रहवासी क्षेत्रों में कचरे का फैलाव की समस्या स्वास्थ्य कर्मचारियों की कार्यप्रणाली को उजागर कर रही है। जानकार कहते हैं कि स्वास्थ्य विभाग के जोन सुपरवाइजरों की मनमानी से व्यवस्थाएं चौपट हो रही है, निगरानी करने वाले अफसर गोलमोल जवाब दे रहे हैं।
तीन करोड़ वेतन
नगर निगम की व्यवस्था के मुताबिक हर माह सफाई के लिए कर्मचारियों को तीन करोड़ बतौर पगार दिया जा रहा है। इसमें नियमित कर्मचारियों को करीब ढाई करोड़ रुपए, संविदा पर काम करने वालों को करीब 35 लाख रुपए तन्ख्वाह दी जाती है। इसके अलावा प्रत्येक वार्ड में सफाई के लिए ठेका है। ठेके में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन किया जा रहा है, जिसमें डॉपिंग स्टेशन से शाम को गाड़ियां नाम को निकल रही है।

सफाई में लगे वाहन और मशीनें

डम्फर, टैक्टर टॉली, टिपर, जेसीबी, मिनी ट्रक, मिनी हितैची, कॉन्वेक्टर, हुकलेंडर, कैप्सूल, झाड़ू गैंग, रिक्शा, हैंड गार्ड

नोट- इन सभी पर निगरानी रखने निगम ने लगाए हैं 79 सुपरवाईजर।

बाजार, रहवासी क्षेत्र सहित अन्य इलाकों की सफाई व्यवस्था चौपट हो गई है। इन जगहों पर सफाई के माकूल इंतजाम नहीं है, जिससे जगह-जगह कचरे नजर आ रहा है। डोर टू डोर गाडिय़ों के नियमित नहीं होने की वजह से रहवासी क्षेत्रों की तो गत बन गई है, जहां दो-दो दिन कचरा पड़ा रहता है। कचरे की वजह से क्षेत्र में आवारा जानवरों का जमावड़ा भी होने लगा है। क्षेत्रीय लोग कहते हैं कि कचरा नहीं उठने से बारिश के दिनों इस पर पानी पड़ने से क्षेत्र में दुर्गंध हो रही है। आवारा जानवरों का जमघट हो रहा है।

प्रत्येक वार्ड में 25 सफाई मित्र

शहर के 79 वार्डों की भौगोलिक स्थिति और जनसंख्या के मुताबिक औसतन 25 कर्मचारी प्रत्येक वार्ड की सफाई व्यवस्था के लिए है। निगम के 16 जोनों में कर्मचारियों की संख्या के मुताबिक प्रत्येक जोन में करीब 125 कर्मचारी तैनात किए जाते हैं। 303 डोर टू डोर वाहनों से शहर में ढोया जा रहा है कचरा, जिसमें नगर निगम के 96 वाहन हैं शामिल

निगम के 950 कर्मचारियों सहित संविदा पर 500 कर्मचारी हैं। इसके अलावा ठेका कम्पनी के द्वारा डोर टू डोर कचरा कलेक्शन किया जा रहा है, जिसकी देखरेख वार्ड सुपरवाइजर सहित अन्य अधिकारी करते हैं। ठेका कम्पनी को पूर्व में अल्टीमेटम दिया है।

भूपेन्द्र सिंह, स्वास्थ्य अधिकारी, नगर निगम

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टिप्पणियाँ (43)

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है

सोनिया वर्मा
सोनिया वर्माjust now

दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।

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