AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
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vegetable prices : हेल्दी सीजन में हरी सब्जियों के दाम रसोई का न केवल स्वाद बिगाड़ रहे हैं, बल्कि बजट भी प्रभावित कर रहे हैं। बाजार में सस्ती सब्जियों के सीजन में भी इनके दाम बढ़े हुए हैं। जो सब्जियां दिसम्बर माह में 10 से 20 रुपए किलो बिका करती थीं, वे भी 30 से 50 रुपए किलो के बीच बनी हुई हैं। इसके पीछे बिचौलियों की बड़ी भूमिका है। वे अपने मुनाफे के चक्कर में भाव नीचे नहीं आने दे रहे हैं। इससे आम लोगों को महंगी सब्जियां खरीदनी पड़ रही हैं।

निवाडग़ंज सब्जी मंडी व्यापारी संघ के अध्यक्ष शिवराज सिंह ने बताया पिछले पंद्रह दिनों में स्थानीय सब्जियों की आवक बढ़ गई है। इसके अलावा आसपास के जिलों से भी बड़ी मात्रा में सब्जियां आ रही हैं। शनिवार को थोक बाजार में सब्जियों को भाव जबरदस्त नीचे आए हैं।

शिवराज सिंह ने बताया महंगी सब्जियां बिकने की मुख्य वजह दिवाली तक हुई बारिश है। जिससे सब्जियां देरी से आईं, वहीं बिचौलिए मनमाने दामों पर फुटकर में बेच रहे हैं। कई सब्जियां दोगुने से ’यादा दामों पर फुटकर बाजार में बिक रही हैं। इसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ रहा है।

राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

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Updated on:
08 Dec 2025 11:36 am
Published on:
08 Dec 2025 11:35 am


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