Patrika Logo
Switch to English
होम

होम

वीडियो

वीडियो

प्लस

प्लस

ई-पेपर

ई-पेपर

प्रोफाइल

प्रोफाइल

धान बेचने के बाद भी 861 किसानों के खाते में नहीं पहुंची राशि, किसान परेशान

जगदलपुर। बस्तर संभाग में समर्थन मूल्य में धान बेचने के बाद भी करीब 861 किसानों के खाते में अब तक राशि नहीं आई है। नाम और पते में स्पेलिंग मिस्टेक, केवायसी और लंबे समय से बैंक ट्रांजेक्शन नहीं होने और डॉक्यूमेंट अपडेट नहीं होने वजह से किसानों का खाता होल्ड हो गया है। राशि नहीं प्राप्त होने से अब किसान सहकारी बैंक और सोसायटियों का चक्कर काट रहे हैं।

🌟 AI से सारांश

AI-generated Summary, Reviewed by Patrika

🌟 AI से सारांश

AI-generated Summary, Reviewed by Patrika

पूरी खबर सुनें
  • 170 से अधिक देशों पर नई टैरिफ दरें लागू
  • चीन पर सर्वाधिक 34% टैरिफ
  • भारत पर 27% पार्सलट्रिक टैरिफ
पूरी खबर सुनें
धान बेचने के बाद भी 861 किसानों के खाते में नहीं पहुंची राशि, किसान परेशान
अब किसान सहकारी बैंक और सोसायटियों का काट हैं रहे चक्कर

जिलेवार किसान जिन्हें अब तक नहीं मिली राशि
कोंडागांव 363

बस्तर 103
कांकेर 173

बीजापुर 100
सुकमा 92

दंतेवाड़ा 10
नारायणपुर 20

एक नवंबर 2023 से लेकर 4 फरवरी 2024 तक इस साल 271162 किसानों ने पंजीयन करवाया था, वहीं इस 221817 किसानो ने केन्द्र में धान बेचा, इनमें से 220956 किसानों को भुगतान किया जा चुका है। परंतु अब भी 861 किसानों को समर्थन मूल्य की राशि वितरण करने में समस्या उत्पन्न हो रही है। इसके लिए बैंक के द्वारा जिलावार किसानों की सूची सभी लैम्प्स और बैंक के ब्रांच में प्रदाय की गई है। ताकि संबंधित किसानों से संपर्क करते हुए त्रूटि सुधार करते हुए होल्ड खाता को पून: आरंभ किया जा सके। दंतेवाड़ा 10, नारायणपुर 20, सुकमा 92, बीजापुर 100, बस्तर 103, कांकेर 173, कोंडागांव 363 किसानों के खातों में राशि नही जा रही है।

सहकारिता विभाग के मुताबिक जिन किसानों का भुगतान रूका है, उनमें से अधिकांश किसानों के नाम और पता में स्पेलिंग मिस्टेक है। कुछ किसानों का धान बेचने के बाद मौत हो गई। इस स्थिति में मृत किसान के नामिनी को लेकर भुगतान लटका है। किसान पंजीयन के समय यदि नाम, पता और अन्य जानकारियाें का सही से नहीं भरे जाने से भी त्रूटि हुई हैं। ऐसे किसानों का अब सोसायटी और बैंक के ब्रांच में रिकार्ड को दुरूस्त किया जाएगा। फिलहाल किसान जल्द से जल्द राशि खाते में आने की आस में हैं।


गौरतलब है कि इस साल संभाग भर के किसानों से 1181331 मिट्रिक टन धान खरीदी हुई है। इसकी कीमत करीब 27 अरब 27 करोड़ 60 लाख रुपए है। इसमें से किसानों को करीब 19 अरब 90 करोड़ 44 रुपए का भुगतान कर दिया गया हैं, जबकि 7 अरब 37 करोड़ 15 लाख रुपए का कर्ज की राशि वसूली गई है, वहीं 19 अरब 90 करोड़ 44 लाख रुपए का भुगतान किसानों को खातें में किया जा चुका है।


- वर्जन

जिन किसानों को राशि प्रदाय नहीं हो पा रही है, उनकी सूची लैम्पस प्रबंधकों और बैंक शाखा को भेजा गया है। ताकि संबंधित किसानों से मिलकर त्रूटि सुधार किया जा सके। किसानों को जल्द से जल्द राशि प्रदाय करने का प्रयास किया जा रहा है।
- एस. रजा, मुख्य पर्यवेक्षक,

जिला सहकारी केन्द्रीय मर्यादित बैंक,

राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

अभी चर्चा में
(35 कमेंट्स)

अभी चर्चा में (35 कमेंट्स)

User Avatar

आपकी राय

आपकी राय

क्या आपको लगता है कि यह टैरिफ भारत की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा?


ट्रेंडिंग वीडियो

टिप्पणियाँ (43)

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है

सोनिया वर्मा
सोनिया वर्माjust now

दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।

User Avatar