Patrika Logo
Switch to English
होम

होम

वीडियो

वीडियो

प्लस

प्लस

ई-पेपर

ई-पेपर

प्रोफाइल

प्रोफाइल

जगदलपुर निगम ने जिस चौक को लाखों रुपए से संवारा, अब वह हो रहा कबाड़

चौक से लगी दुकानों का आबंटन भी डेढ़ साल बाद नहीं हो पाया

🌟 AI से सारांश

AI-generated Summary, Reviewed by Patrika

🌟 AI से सारांश

AI-generated Summary, Reviewed by Patrika

पूरी खबर सुनें
  • 170 से अधिक देशों पर नई टैरिफ दरें लागू
  • चीन पर सर्वाधिक 34% टैरिफ
  • भारत पर 27% पार्सलट्रिक टैरिफ
पूरी खबर सुनें
जगदलपुर निगम ने जिस चौक को लाखों रुपए से संवारा, अब वह हो रहा कबाड़
चौक में 96 लाख रुपए की लागत से हुआ सौंदर्यीकरण का काम अब धूल खा रहा है।

जगदलपुर। नगर निगम ने 96 लाख रुपए रुपए खर्च कर आमागुड़ा चौक को संवारा था। एनएच से शहर में दाखिल होने वाले लोग आमचो बस्तर की थीम को समझ पाएं इसलिए यहां पर आमचो बस्तर लिखित एक बड़ी कलाकृति भी लगाई गई थी। यहां हुआ काम अब धूल खाते हुए कबाड़ हो रहा है। निर्माण पूरा होने के बाद से निगम ने इस चौक की सुध नहीं ली है। यहां लगे गेट और ग्रील भी अब टूट रहे हैं और चोर उन्हें साथ ले जा रहे हैं। वहीं बात करें इस चौक से लगकर बने निगम के कॉम्प्लेक्स की तो उनका आबंटन भी नहीं हो पाया है। दरअसल इस चौक के सौदर्यीकरण से पहले वहां पर ठेले-खोमचे वाले खड़ा हुआ करते थे। इन दुकानों को कम कीमत पर उन्हें ही आबंटित किया जाना ंथा, लेकिन दुकानों की कीमत निगम ने इतनी ज्यादा तय कर दी कि ठेले-खोमचे वालों ने दुकानों को लिया ही नहीं। अब वे कॉम्प्लेक्स के सामने ही अपने ठेले लगा रहे हैं।

दो से तीन लाख रुपए कहां से लाएं
कॉम्प्लेक्स के सामने नाश्ते का ठेला लगाने वाले सुुरेश ने बताया कि पहले कहा गया था कि दुकानें उन्हें दी जाएंगी लेकिन जब निगम जाकर पता किया तो पता चला कि दो से तीन लाख रुपए तक में दुकान मिलेंगी। सुरेश ने कहा कि अगर हमारे पास इतने पैसे होते तो ठेला क्यों लगाते और दुकानें जिस तर्ज पर बनाई गई हैं वह दो-तीन लाख की हैं भी नहीं।

रेडीमेड दुकान लाकर जगह पर रख दिया
निगम ने कॉम्प्लेक्स का निर्माण पक्का नहीं किया है। यानी छत की ढलाई नहीं की है। मिली जानकारी के अनुसार हैदराबाद से रेडीमेड दुकानें मंगवाई गईं और उन्हें क्रमवार कॉम्प्लेक्स के रूप में रख दिया गया। अब इन्हीं दुकानों कीमत लाखों रुपए तय की गई है जिसे लेने के लिए कोई आगे नहीं आ रहा है। यहां के ठेले-खोमचे वालों का कहना है कि अगर कीमत उनके बजट में कर दी जाए तो वे दुकानें ले सकते हैं।

राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

अभी चर्चा में
(35 कमेंट्स)

अभी चर्चा में (35 कमेंट्स)

User Avatar

आपकी राय

आपकी राय

क्या आपको लगता है कि यह टैरिफ भारत की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा?


ट्रेंडिंग वीडियो

टिप्पणियाँ (43)

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है

सोनिया वर्मा
सोनिया वर्माjust now

दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।

User Avatar