AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
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ग्रामीणों को झरिया और नाला का अशुद्ध पानी पीने को विवश होना पड़ता है, जिससे ग्रामीणों को स्वास्थ्य खराब होता है। ऐसे बसाहटों को चिन्हांकित कर सोलर पंप से पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। जिसका लाभ हजारों ग्रामीणों को मिलेगा। इसमें अधिकांश सोलर पंप दरभा, बास्तानार और लोहण्डीगुड़ा के क्षेत्रों में स्थापित किए गए हैं। गांव और बसाहटों में परिवार की संख्या के अनुसार नौ मीटर और 12 मीटर स्टेजिंग के पंप स्थापित किए जा रहे हैं।
क्रेडा (छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण) सहयोग कर रहा है। अगले दो वर्षों में हर आदिवासी परिवारों तक सोलर पंप के जरिए पेयजल पहुंचाने की योजना है। इस साल बस्तर जिले के ऐसे 84 गांव के बसाहटों तक पेयजल पहुंचाने का काम पूर्ण किया जा चुका है। वहीं कुल 120 बसाहटों में सोलर पंप के जरिए पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।
वर्जन-
दुर्गम, पहाड़ी क्षेत्र के बसाहटों में जहां पर विद्युत की व्यस्था नहीं है, वहां सोलर पंप के जरिए घरों तक पानी पहुंचाया जा रहा है। इसके बेहतर परिणाम देखने को मिल रहे हैं।
- डीडी सिदार,
क्रेड़ा विभाग, ईई
राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

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Updated on:
26 Feb 2024 09:41 pm
Published on:
26 Feb 2024 09:36 pm


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