AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
जयपुर। जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए अब मुख्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। 15 दिसम्बर, सोमवार से निगम के जोन कार्यालयों में निजी की तरह अब राजकीय अस्पतालों के प्रमाण पत्र बनेंगे।
आयुक्त गौरव सैनी ने कहा कि इस कदम से लोगों की परेशानी कम होगी और मुख्यालय पर लोग भी कम आएंगे। सभी 13 जोन कार्यालयों में यह व्यवस्था लागू हो जाएगी। एक सितम्बर 2014 से पहले के जो प्रमाण पत्र पहले की मुख्यालय से जारी होते रहेंगे।
रजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु) विक्रम सिंह ने बताया कि जिन आवेदकों ने शुक्रवार तक जन्म या मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए मुख्यालय में आवेदन कर दिया है, उन्हें प्रमाण पत्र मुख्यालय से ही जारी किए जाएंगे।
-सीएचसी आमेर
-पं. दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल, गणगौरी बाजार
-राष्ट्रीय आयुर्वेद चिकित्सालय, आमेर
-महिला चिकित्सालय, सांगानेरी गेट
-रुक्मणि देवी जयपुरिया चिकित्सालय
-संतोकबा दुर्लभ जी अस्पताल
-जनाना अस्पताल, चांदपोल
-सैटेलाइट चिकित्सालय, बनीपार्क
-श्री हरबख्श कांवटिया चिकित्सालय
-केंद्रीय चिकित्सालय, उत्तर पश्चिम रेलवे
-सीएचसी, सांगानेर
-सैनिक अस्पताल
-सीएचसी जामडोली
-सीएचसी, सिरसी
-सीएचसी गोनेर
-एसएमएस अस्पताल
-सुपर स्पेशलिटी अस्पताल
-स्टेट कैंसर हॉस्पिटल
-जेके लॉन अस्पताल
-आयूएचएस अस्पताल
-मनोचिकित्सालय
राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

क्या आपको लगता है कि यह टैरिफ भारत की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा?
Published on:
12 Dec 2025 08:31 pm


यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।
हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है
दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।