AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
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राज्य की पीकेसी- ईआरसीपी आईएलआर परियोजना में राजस्थान को 3677 मिलीयन क्यूबिक मीटर पानी मिलेगा। इसके लिए एक माह में डीपीआर बनकर जल्द ही काम शुरू कर दिया जाएगा। केन्द्रीय जलशक्ति गजेन्द्र सिंह शेखावत ने रविवार शाम को मीडिया से बातचीत में ये जानकारी दी। शेखावत ने बताया कि परियोजना शुरू होेने के पांच साल के अंदर काम पूरा करके इसका उद्घाटन कर देंगे।
राजस्थान को देने होंगे चार हजार करोड़ :
शेखावत ने बताया कि अब इस परियोजना पर 40 हजार करोड़ रूपए की लागत आएगी जिसमें से 90 प्रतिशत अनुदान केन्द्र सरकार देगी। राज्य सरकार को सिर्फ 10 प्रतिशत ही राशि यानि करीब 4 हजार करोड़ रुपए ही देने होंगे। इसमें राजस्थान के 13 जिले नए जिले जोड़कर 21 को फायदा मिलेगा। इसमें पूर्वी राजस्थान के करीब तीन कराेड लोगों को पानी मिलेगा। शेखावत ने बताया कि पीने के पानी के साथ ही सिंचाई और उद्योगों के लिए भी पानी मिलेगा।
जमीन चिन्हित करने के दिए निर्देश: शेखावत ने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने रविवार को ही अधिकारियों को निर्देश दे दिए कि नदी जोड़ो परियोजना में राजस्थान में जहां जहां जमीन लेने की जरूरत हो उसे चिन्हित करने का काम शुरू कर दें और इसके लिए अलग से अधिकारी भी लगा दिया जाए ताकि जल्द से जल्द ये काम शुरू कर दिया जाए।
पांच साल धकेलने का काम कांग्रेस ने किया: मंत्री शेखावत ने आरोप लगाया कि पांच साल तक कांग्रेस सरकार ने इस पर सिर्फ राजनीति करने का काम किया। तेरह जिलों के लिए जो लाइफ लाइन राजनीतिक परियोजना को राजनीतिक अपेक्षा के आधार पर हथियार के रूप में उपयोग लिया गया जिससे राजस्थान पीछे चला गया। पूर्व सीएम अशोक गहलोत के लिए शेखावत ने कहा कि शब्दों से कोई जादूगर नहीं बन जाता है। उन्होंने ये तक कहा कि मुझे नकारा निकम्मा जैसे आभूषण पहनाए गए ।
राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

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Published on:
05 Feb 2024 12:49 pm


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