Patrika Logo
Switch to English
होम

होम

वीडियो

वीडियो

प्लस

प्लस

ई-पेपर

ई-पेपर

प्रोफाइल

प्रोफाइल

राजस्थान: 27 साल से न्याय की तलाश में मूल आवंटी, पट्टे हाथ में; फिर भी प्लॉट पर दूसरों का कब्जा

राजस्थान के जोधपुर शहर के श्याम नगर क्षेत्र में प्लॉटों को लेकर चला आ रहा विवाद फिर सुर्खियों में है। यहां 27 साल से मूल आवंटी न्याय की गुहार लगा रहे हैं।

🌟 AI से सारांश

AI-generated Summary, Reviewed by Patrika

🌟 AI से सारांश

AI-generated Summary, Reviewed by Patrika

पूरी खबर सुनें
  • 170 से अधिक देशों पर नई टैरिफ दरें लागू
  • चीन पर सर्वाधिक 34% टैरिफ
  • भारत पर 27% पार्सलट्रिक टैरिफ
पूरी खबर सुनें
bhilwara uit auction
प्रतीकात्मक तस्वीर, फोटो- पत्रिका

Rajasthan News: राजस्थान के जोधपुर शहर के श्याम नगर क्षेत्र में प्लॉटों को लेकर चला आ रहा विवाद फिर सुर्खियों में है। यहां के मूल आवंटी पिछले करीब 27 वर्षों से अपने ही आवंटित प्लॉटों के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं। कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें मूल आवंटियों के पास आज भी उनके नाम से जारी वैध पट्टे मौजूद हैं, लेकिन उन्हीं प्लॉटों पर खुलेआम कॉमर्शियल गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। इसके अलावा भीतरी क्षेत्र में भी लोगों के विभिन्न प्लॉटों पर कब्जा किया जा चुका है।

आवंटियों का आरोप है कि उन्होंने नियमानुसार प्लॉट प्राप्त किए थे और सभी आवश्यक दस्तावेज भी उनके पास हैं। इसके बावजूद न तो उन्हें अपने प्लॉट पर कब्जा मिल सका और न ही अब तक इस पूरे मामले में किसी जिम्मेदार अधिकारी ने ठोस जवाब दिया है। उल्टा, जिन भूखंडों को आवासीय उद्देश्य के लिए आवंटित किया गया था, वहां दुकानें, गोदाम और अन्य व्यावसायिक गतिविधियां चल रही हैं।

शिकायतें की, ज्ञापन दिए, मिला सिर्फ आश्वासन

आवंटियों का कहना है कि वे बीते कई वर्षों से निगम, जेडीए और जिला प्रशासन के चक्कर काट रहे हैं। शिकायतें दी गईं, ज्ञापन सौंपे गए, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन ही हाथ लगे। किसी ने जांच की बात कही, तो किसी ने फाइल एक विभाग से दूसरे विभाग में डाल दी। नतीजा यह हुआ कि 27 साल बीत जाने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है।

आंदोलन की तैयारी

अब मूल आवंटी एक बार फिर एकजुट होकर आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। उनका कहना है कि स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा, हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट तक ने यहां से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के आदेश दिए हैं, लेकिन निगम और जेडीए के अधिकारी इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। इसके चलते विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

केस एक : श्याम नगर में आवंटित प्लॉट संख्या 357 लक्ष्मण खेतानी को अलॉट हुआ था। वर्तमान में इस प्लॉट पर कब्जा करके एक व्यक्ति ने शो रूम तक तैयार कर लिया है। मूल आंवटी के पास पट्टा मौजूद होने के बाद भी अन्य व्यक्ति ने उस पर पक्का निर्माण कर लिया है। जबकि नियमों के अनुसार मूल पट्टाधारक ही अपने प्लॉट पर निर्माण करवाने के लिए निगम में आवेदन कर सकता है।

केस दो : श्याम नगर में चक संख्या 50 दीपक शाह को अलॉट हुआ। वर्तमान में इस पूरे चक पर लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है। कई बार लोग अपने-अपने प्लॉट का पता करने पहुंचे, लेकिन उन्हें कब्जाधारियों ने बाहर निकाल दिया। लोगों ने यहां पक्का निर्माण कर घर तक बना लिए हैं।

राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

अभी चर्चा में
(35 कमेंट्स)

अभी चर्चा में (35 कमेंट्स)

User Avatar

राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

अभी चर्चा में
(35 कमेंट्स)

अभी चर्चा में (35 कमेंट्स)

User Avatar

आपकी राय

आपकी राय

क्या आपको लगता है कि यह टैरिफ भारत की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा?


ट्रेंडिंग वीडियो

टिप्पणियाँ (43)

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है

सोनिया वर्मा
सोनिया वर्माjust now

दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।

User Avatar