AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
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High Alert Cold Wave: प्रदेश में लगातार बढ़ती ठंड और शीतलहर के प्रकोप को देखते हुए सरकार पूरी तरह अलर्ट मोड में आ गई है। आमजन, विशेषकर गरीब, असहाय, निराश्रित और खुले में जीवन यापन करने वाले लोगों को ठंड से बचाने के लिए व्यवस्थाओं को और मजबूत किया जा रहा है। इसी क्रम में नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने वाराणसी स्थित सर्किट हाउस से ज़ूम के माध्यम से प्रदेशभर के नगर निगमों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के अधिकारियों के साथ विस्तृत समीक्षा बैठक की।

इस बैठक का मुख्य उद्देश्य रैन बसेरा, अलाव, कंबल वितरण, कान्हा गौशालाओं तथा अन्य जनहितकारी व्यवस्थाओं की वास्तविक स्थिति की समीक्षा करना और उन्हें अधिक प्रभावी बनाना रहा। बैठक में प्रदेश के सभी प्रमुख शहरों और नगर निकायों के वरिष्ठ अधिकारी वर्चुअल माध्यम से जुड़े।
बैठक को संबोधित करते हुए मंत्री ए.के. शर्मा ने बेहद स्पष्ट और सख्त शब्दों में कहा कि यह समय केवल फाइलों में रिपोर्ट पूरी करने या औपचारिकता निभाने का नहीं है, बल्कि मानवीय संवेदनशीलता के साथ ज़मीनी स्तर पर जरूरतमंदों की सेवा करने का है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोई भी कार्य खानापूर्ति के रूप में न किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि ठंड के कारण प्रदेश में कोई भी गरीब, असहाय या निराश्रित व्यक्ति परेशान न हो। मंत्री ने कहा कि प्रशासन की संवेदनशीलता ही सरकार की छवि को मजबूत करती है।
मंत्री ए.के. शर्मा ने ठंड से राहत के लिए कंबल और ब्लैंकेट वितरण को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आगामी तीन दिवस के भीतर हर हाल में कंबल वितरण पूर्ण किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि सहायता वास्तविक जरूरतमंदों तक ही पहुंचे। वितरण में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वितरण की मॉनिटरिंग स्वयं करें और फीडबैक भी नियमित रूप से लें।
मंत्री ने कहा कि प्रदेश के कई स्थानों पर रैन बसेरे होने के बावजूद जरूरतमंद लोगों को इसकी जानकारी नहीं मिल पाती। इस समस्या को देखते हुए उन्होंने निर्देश दिए कि प्रमुख चौराहों,रेलवे स्टेशनों,बस अड्डों,धार्मिक स्थलों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर स्पष्ट होर्डिंग और साइनेज लगाए जाएं, जिन पर रैन बसेरों का पता और संपर्क जानकारी अंकित हो।
मंत्री ए.के. शर्मा ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि यदि कोई व्यक्ति खुले में सोता हुआ पाया जाए, तो उसे तत्काल रैन बसेरे में शिफ्ट कराया जाए। वहां भोजन, पेयजल, कंबल, साफ-सफाई और सुरक्षा की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि ठंड के मौसम में किसी भी व्यक्ति की जान जोखिम में न पड़े, यह प्रशासन की सामूहिक जिम्मेदारी है।

बैठक में माघ मेला क्षेत्र को लेकर भी विशेष चर्चा की गई। मंत्री ने निर्देश दिए कि माघ मेला क्षेत्र में रैन बसेरों और अलाव की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और जरूरतमंद लोगों को ठंड से राहत मिले। नियमित निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखा जाए। उन्होंने कहा कि माघ मेला जैसे बड़े धार्मिक आयोजनों में प्रशासन की तैयारी और संवेदनशीलता की परीक्षा होती है।
ठंड से केवल इंसान ही नहीं, बल्कि पशु भी प्रभावित होते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए मंत्री ने सभी कान्हा एवं अन्य गौशालाओं में तिरपाल,अलाव और अन्य आवश्यक इंतजाम अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पशुओं की देखभाल भी सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी है।
मंत्री ए.के. शर्मा ने निर्देश दिया कि सभी रैन बसेरों को नजदीकी अस्पतालों और डिस्पेंसरी से टाई-अप किया जाए। किसी भी आपात स्थिति में तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो,रैन बसेरों की नियमित निगरानी, साफ-सफाई और व्यवस्थाओं की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए।
बैठक में वाराणसी के नगर आयुक्त हिमांशु नागपाल ने जानकारी दी कि शहर के प्रमुख रेलवे स्टेशनों और बीएचयू परिसर में रैन बसेरों की व्यवस्था की गई है,सभी रैन बसेरों में पेयजल, भोजन और साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था है.अपर नगर आयुक्त और जोनल अधिकारी प्रतिदिन सायंकाल क्षेत्र भ्रमण कर खुले में सो रहे लोगों को रैन बसेरों में शिफ्ट करा रहे हैं। गौशालाओं में पशुओं के लिए तिरपाल और अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है
बैठक में लखनऊ, प्रयागराज, मुरादाबाद, आगरा सहित अन्य जनपदों के नगर आयुक्तों और अधिशासी अधिकारियों ने भी अपने-अपने क्षेत्रों में अलाव,रैन बसेरे,कंबल वितरण और ठंड से बचाव की अन्य व्यवस्थाओं की विस्तृत जानकारी साझा की। निदेशक नगरीय निकाय/सचिव अनुज झा, दीपक शुक्ला सहित प्रदेश के सभी नगर आयुक्त, अधिशासी अधिकारी और संबंधित अधिकारी वर्चुअल माध्यम से उपस्थित रहे।
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Published on:
28 Dec 2025 01:49 pm


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