Patrika Logo
Switch to English
होम

होम

वीडियो

वीडियो

प्लस

प्लस

ई-पेपर

ई-पेपर

प्रोफाइल

प्रोफाइल

मगरमच्छों का घर दर्जिनिया ताल अब बनेगा इको टूरिज्म हब! नेपाल बॉर्डर पर प्रकृति का अनोखा नजारा, जल्द खुलेंगी नई सुविधाएं

Eco-Tourism Tourist Destinations: उत्तर प्रदेश के महाराजगंज में नेपाल सीमा से सटे दर्जिनिया ताल को इको टूरिज्म स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। मगरमच्छों और विभिन्न पक्षियों के लिए प्रसिद्ध यह ताल हिमालय तराई की हरियाली से घिरा है।

🌟 AI से सारांश

AI-generated Summary, Reviewed by Patrika

🌟 AI से सारांश

AI-generated Summary, Reviewed by Patrika

पूरी खबर सुनें
  • 170 से अधिक देशों पर नई टैरिफ दरें लागू
  • चीन पर सर्वाधिक 34% टैरिफ
  • भारत पर 27% पार्सलट्रिक टैरिफ
पूरी खबर सुनें
यूपी के महाराजगंज में छिपा खजाना
यूपी के महाराजगंज में छिपा खजाना

UP Eco-Tourism Tourist Destinations: उत्तर प्रदेश में प्रकृति और पर्यटन को बढ़ावा देने की लिए बड़ी पहल की जा रही है, जहां यूपी के महाराजगंज क्षेत्र में दर्जिनिया ताल को एक नए इको टूरिज्म स्थल के रूप में बनाया जा रहा है। यह जगह हिमालय की तराई में बसी हुई है और नेपाल सीमा से सटी होने के कारण पहले से ही प्राकृतिक रूप में बहुत ही खास माना जाता है। आने वाले समय में दर्जिनिया ताल प्रकृति प्रेमियों के लिए एक शानदार पर्यटन स्थल भी बन सकता है।

यहां दिखता है वाइल्ड लाइफ

दर्जिनिया ताल सिर्फ एक जलाशय नहीं है, बल्कि यहां कई प्रजातियां और पर्यावरण को संरक्षण भी मिलता है। यहां वाइल्ड लाइफ को करीब से देखने और समझने की सुविधाएं विकसित की जाएंगी। यह ताल खासतौर पर मगरमच्छों के लिए जाना जाता है। पर्यटक यहां ताल के किनारे मगरमच्छों को धूप सेंकते हुए आसानी से देख सकेंगे, जो अपने आप में एक रोमांचक लगता है।

कई तरह की प्रजातियां दिखती हैं

इस क्षेत्र में कई प्रजातियों के पक्षी भी देखने को मिलते हैं। लिटिल एग्रीट, कॉरमोरंट, वॉटर हेन जैसे पक्षियों की चहचहाहट पूरे वातावरण में आनंद और खुशी घोल देता है। चारों ओर से फैली हरियाली और साफ मौसम में दूर तक दिखाई देने वाली हिमालय की चोटियां से पर्यटकों को यहां ठहरकर प्रकृति को महसूस करने के लिए मजबूर कर देती हैं।

ठहरने और समय बिताने के लिए कई तरह सुविधाएं

यह स्थल करीब 03 हेक्टेयर क्षेत्र में विकसित हो रहा है, जहां लगभग 400 पौधे लगाए जा रहे हैं। पर्यटकों के बैठने, रुकने और समय बिताने के लिए कई तरह की सुविधाएं भी बनाई जा रही है। लोगों का मानना है कि जब तक पर्यटकों के लिए मूलभूत सुविधाएं नहीं कराई जाती है , तब तक इको टूरिज्म का सही तरह से विकास संभव नहीं है।

दर्जिनिया ताल को मिलेगा अंतर्राज्यीय पहचान

दर्जिनिया ताल के विकसित होने से अंतर्राज्यीय पर्यटन में भी इसकी पहचान बनेगा । इससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए  अवसर पैदा मिलेंगे और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को काफी मजबूती मिलेगी। दर्जिनिया ताल में अब बेहतरीन पर्यटन बनाने जा रहा है ,जहां प्रकृति, पर्यटन और रोजगार एक साथ आगे बढ़ सकते हैं।

राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

अभी चर्चा में
(35 कमेंट्स)

अभी चर्चा में (35 कमेंट्स)

User Avatar

आपकी राय

आपकी राय

क्या आपको लगता है कि यह टैरिफ भारत की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा?


ट्रेंडिंग वीडियो

टिप्पणियाँ (43)

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है

सोनिया वर्मा
सोनिया वर्माjust now

दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।

User Avatar