AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
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Sankranti fair at Barman नरसिंहपुर. जिले की आस्था के प्रमुख केंद्र व धार्मिक-सांस्कृतिक पहचान प्रसिद्ध संक्रांति मेला बरमान की तैयारियां जोरशोर से शुरू हो गई हैं। मेला स्थल पर प्रशासनिक अमले की सक्रियता बढऩे के साथ ही व्यापारी वर्ग ने भी मेला के लिए अपने स्तर पर तैयारियां पूरी कर ली हैं। शुक्रवार से नर्मदा के रेतघाट मेलास्थल पर छोटी-बड़ी करीब 700 दुकानें लगवाने के लिए मेला समिति की टीम ने ले आउट की कार्रवाई शुरू की। समिति की 15 से 20 सदस्यीय टीम व्यापारियों, श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ध्यान रखते हुए दुकानों, रास्ते के लिए लाइन डालना शुरू किया।
संक्रांति मेले का सैंकड़ों वर्षो पुराना इतिहास
नर्मदा के रेतघाट बरमान खुर्द में संक्रांति मेले का सैंकड़ों वर्षो पुराना इतिहास है। जिसमें देश के विभिन्न प्रांतों से व्यापारियों-सैलानियों, श्रद्धालुओं का आना होता है। कई वर्षो से अपनी भव्यता में पिछड़ रहे इस प्राचीन मेले को इस बार वृहद स्वरूप देने के साथ ही यादगार बनाने प्रशासनिक अमले की खासी कवायद चल रही है। बताया जाता है कि मेले में हर वर्ष की तरह, दिल्ली, मुंबई, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र समेत प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से तो व्यापारी आएंगे ही लेकिन गुजरात के अहमदाबाद से भी इस बार विशेष झूलों को लगवाने कवायद चल रही है। साथ ही मेला स्थल पर धर्म-संस्कृति, विरासत से जुड़े अनेक कार्यक्रम कराए जाने की योजना है।
मेला स्थल होगा समतल, जल्द तैयार होंगे रास्ते
मेला स्थल को समतल करने के साथ ही साफ-स्वच्छ बनाए रखने के लिए भी कार्य होने लगा है। घाट के जिस हिस्से में अधिक गड्ढे और पत्थर हैं वहां रेत-मिट्टी डालने का कार्य कराया जाएगा। वहीं मेला स्थल में आने-जाने के लिए रास्ते तैयार करने का कार्य होगा। शुक्रवार को ले आउट की प्रक्रिया के दौरान जिला पंचायत सीईओ गजेंद्र नागेश ने भी जरूरी निर्देश दिए। जनपद चांवरपाठा सीईओ समेत सचिवों और अन्य कर्मचारियों की टीम दिनभर ले आउट की प्रक्रिया में जुटी रही। जिससे जो व्यापारी वर्षो से जिन स्थानों पर दुकानें लगाते रहे हैं उन्हें समय पर वह स्थान आवंटित किए जा सकें और बाहर से जो व्यापारी आएं तो वह भी स्थान का चयन कर सकें। मेला समिति विभिन्न माध्यमों से झूला संचालकों और व्यापारियों से लगातार संपर्क कर रही है। बरमान मकर संक्रांति मेला हर वर्ष जिले की धार्मिक, सांस्कृतिक और व्यापारिक गतिविधियों का बड़ा केंद्र होता है। इस बार भी मेले में भारी संख्या में श्रद्धालुओं और पर्यटकों के पहुंचने की संभावना है, जिसे देखते हुए तैयारियाँ तेज गति से जारी हैं।
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Updated on:
13 Dec 2025 01:03 pm
Published on:
13 Dec 2025 01:02 pm


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