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जलवायु संकट: भारत में 2025 में गर्मी, बाढ़ और तूफानों ने मचाया कहर

भारत साल 2025 में लगातार जलवायु संकट से जूझता रहा। सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट (CSE) और डाउन टू अर्थ की रिपोर्ट के मुताबिक, जनवरी से नवंबर के बीच देश ने 334 में से 331 दिनों तक किसी न किसी रूप में चरम मौसमीय आपदा का सामना किया।

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Climate Crisis India
प्रतीकात्मक तस्वीर - IANS

Climate Crisis in India: साल 2025 भारत के लिए चरम मौसम की घटनाओं का साल बन गया। सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट और डाउन टू अर्थ की रिपोर्ट के मुताबिक, लू, शीतलहर, बिजली गिरना, तूफान, चक्रवात, बादल फटना, भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन जैसी घटनाएं पूरे साल लगातार होती रहीं।

99% से अधिक दिनों में मौसम की चरम घटनाएं

  • जनवरी से नवंबर के बीच देश ने 334 में से 331 दिनों तक कोई न कोई प्राकृतिक आपदा झेली
  • 2024 में यह आकंड़ा 295 दिन, 2023 में 296 दिन और 2022 में 292 दिन था
  • 1.74 करोड़ हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई
  • 1.81 लाख से अधिक घर नष्ट हुए
  • 77,189 जानवरों की मौत हुई

हिमाचल ने झेला सबसे खराब मौसम

राज्यों में मौसमी आपदाओं का असर असमान रहा। हिमाचल प्रदेश में लगभग 80 प्रतिशत दिनों तक चरम मौसम दर्ज किया गया। आंध्र प्रदेश में सबसे अधिक 608 मौतें हुईं, इसके बाद मध्य प्रदेश (537) और झारखंड (478) का स्थान रहा। खेती के नुकसान के मामले में महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित रहा, जहां 84 लाख हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई। इसके बाद गुजरात में 44 लाख हेक्टेयर और कर्नाटक में 27.5 लाख हेक्टेयर फसल क्षेत्र को नुकसान पहुंचा।

कई जलवायु रिकॉर्ड भी टूटे

  • 124 वर्षों में सबसे गर्म रहा फरवरी
  • 5वीं सबसे शुष्क जनवरी दर्ज की गई
  • 1.02 डिग्री ज्यादा रहा मार्च में औसत अधिकतम तापमान

आपदा से मौतों का कहर

4,419 मौतें इस साल आपदा से हुईं
1,538 मौतें आंधी-तूफान से
2,707 मौतें बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से

क्षेत्रीय स्तर पर अलग असर

2025 में उत्तर-पश्चिम भारत में सबसे ज्यादा दिनों तक अत्यधिक मौसमीय घटनाएं दर्ज की गईं, जहां 311 दिनों में ऐसी घटनाएं सामने आईं। इसके बाद पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में 275 दिनों में चरम मौसम दर्ज किया गया।

राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

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टिप्पणियाँ (43)

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है

सोनिया वर्मा
सोनिया वर्माjust now

दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।

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