AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
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भारतीय डाक विभाग ने 25 अगस्त से अमेरिका के लिए सभी डाक सेवाएं (पार्सल) अस्थायी रूप से रोकने का ऐलान किया है। यह फैसला अमरीकी सरकार की ओर से 100 डॉलर से अधिक मूल्य के आयातों के लिए शुल्क लगाने के कारण उठाया गया है।
डाक विभाग के इस फैसले का सबसे ज्यादा असर अमेरिका में रहने वाले भारतीय छात्रों, कामगारों और प्रोफेशनल्स पर होगा। इससे व्यापार और ई-कॉमर्स सेक्टर भी प्रभावित होगा।
साथ ही भारत से कम कीमत वाले हस्तशिल्प, फार्मा, गहने, गिफ्ट आइटम आदि का कारोबार और निर्यात प्रभावित होने की आशंका है।
अमेरिका ने 29 अगस्त से नया नियम लागू किया है। अब 800 डॉलर तक के सामान पर मिलने वाली ड्यूटी-फ्री छूट खत्म होगी। इस छूट के चलते लोग किफायती दरों पर सामान भेज पाते थे।
कौन-सी सेवाएं बंद होंगी?: पार्सल और पैकेट भेजना बंद रहेगा। पत्र, दस्तावेज और 100 डॉलर तक के गिफ्ट आइटम भेजने की अनुमति रहेगी।
अब अमेरिका भेजे जाने वाले हर पार्सल पर कस्टम ड्यूटी लगेगी। इससे पार्सल भेजने की कुल लागत काफी बढ़ जाएगी। उदाहरण के लिए इंडिया पोस्ट से 2 किलो के पार्सल को अमेरिका भेजने की लागत 2600 रुपए थी।
वहीं इस पार्सल को अब फेडएक्स, यूपीएस और डीएचएल जैसे प्राइवेट कूरियर सर्विस से भेजने पर 9,000 से 11,000 रुपए तक खर्च करने होंगे।
केवल दस्तावेज और 100 डॉलर तक के गिफ्ट अब भी डाक से भेजे जा सकते हैं। बाकी सामान के लिए निजी कूरियर का विकल्प अपनाना होगा, लेकिन वह महंगा पड़ेगा।
राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

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Published on:
25 Aug 2025 11:52 am


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