AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
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शहर की लैंडफिल साइट पर लगातार बढ़ते कचरे के ढेर से जल्द ही निजात मिलने वाली है। नगर निगम ने हर दिन फ्रेश कचरे का सेग्रीगेशन करने की ठोस योजना तैयार कर ली है। इसके लिए निगम द्वारा 18 करोड़ रुपए की लागत से 1100 टीपीटी क्षमता का सेग्रीगेशन प्लांट लगाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है, जिसे शीघ्र ही मेयर-इन-काउंसिल की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। फिलहाल शहर से प्रतिदिन करीब 450 से 500 टन कचरा लैंडफिल साइट पर पहुंच रहा है, जिससे लगातार कचरे का पहाड़ खड़ा होता जा रहा है। स्थिति यह है कि लैंडफिल साइट पर बीते दो वर्षों का 250 से 300 टन फ्रेश कचरा जमा है, जिसका अब तक समुचित निस्तारण नहीं हो सका है। ऐसे में प्लांट लगने के बाद हर दिन 600 टन लिगेसी वेस्ट कचरे और 500 टन फ्रेश कचरे सहित 1100 टन कचरे का निस्तारण किया जाएगा।
प्लांट लगते ही रोज होगा कचरे का पृथक्करण
प्रस्तावित प्लांट के स्थापित होने के बाद नगर निगम 1100 टीपीटी क्षमता वाले प्लांट से प्रतिदिन 1100 टन कचरे का सेग्रीगेशन करेगा। इसके साथ ही मौजूदा 100 टीपीटी क्षमता वाले प्लांट से 100 टन कचरे का पृथक्करण किया जाएगा। इस तरह प्रतिदिन कुल 1200 टन कचरे का सेग्रीगेशन संभव हो सकेगा।
लैंडफिल साइट पर कम होगा दबाव
नए सेग्रीगेशन प्लांट से गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग किया जाएगा, जिससे रीसायक्लिंग और प्रोसेसिंग आसान होगी। इससे न केवल लैंडफिल साइट पर कचरे का दबाव कम होगा, बल्कि भविष्य में कचरे के नए ढेर लगने की समस्या भी समाप्त होगी।
स्वच्छता और पर्यावरण को मिलेगा लाभ
नगर निगम अधिकारियों के अनुसार इस योजना से शहर की स्वच्छता व्यवस्था में बड़ा सुधार आएगा। कचरे के वैज्ञानिक प्रबंधन से दुर्गंध, प्रदूषण और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में भी कमी आएगी। निगम का लक्ष्य है कि आने वाले समय में लैंडफिल साइट को केवल प्रोसेस्ड व निष्क्रिय कचरे तक ही सीमित रखा जाए।
लैंडफिल साइट पर पड़ा हुआ है चार लाख टन कचरा
शिवपुरी लिंक रोड स्थित केदारपुर लैंडफिल साइट पर अभी 9.5 लाख टन से ज्याद लिगेसी वेस्ट पड़ा हुआ है। इसमें से दयाचरण कंपनी द्वारा अब तक 5.50 लाख टन कचरे का निस्तारण कर चुकी है और बाकी कचरे का कार्य भी कंपनी को ही करना है। हालांकि पूर्व में कंपनी के अफसरों का कहना था कि टेंडर की शर्त में उसे 6 लाख 3 हजार टन कचरे का निस्तारण करना था,लेकिन एफडीआर व टेंडर की शर्त में कंपनी को करीब साढ़े नौ लाख टन कचरे का निस्तारण करना होगा। साथ ही जमीन भी खाली करके देनी होगी। इस हिसाब से अभी लैंडफिल साइट पर चार लाख टन कचरा पड़ा हुआ है।
लैंडफिल साइट पर प्रतिदिन आने वाले कचरे का सेग्रीगेशन तत्काल करने के लिए साइट पर 1100 टीपीटी की क्षमता वाला प्लांट जल्द ही लगाया जाएगा। इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है और उसे एमआईसी की ओर भी भेजा रहा है। प्लांट लगने से प्रतिदिन 1100 टन कचरे का निस्तारण होगा। इसमें 500 टन फ्रेश और बाकी 600 टन लिगेसी वेस्ट वाला। बाकी कचरे का निस्तारण का कार्य दयाचरण कंपनी को ही करना होगा।
संघप्रिय, आयुक्त नगर निगम
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Published on:
15 Dec 2025 12:47 pm


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