AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
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जयपुर. सवाईमानसिंह मेडिकल कॉलेज में कार्यरत 120 जूनियर रेजिडेंट (नॉन-ऐकेडमिक) की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। इन रेजिडेंट डॉक्टरों को 28 सितंबर को यह कहते हुए कार्य मुक्त कर दिया गया कि उनकी सेवा अवधि विस्तार के लिए राज्य सरकार से कोई निर्देश नहीं मिले हैं।
चौंकाने वाली बात यह है कि, यह स्थिति तब बनी है, जब मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों की भारी कमी है और मौसमी बीमारियों के कारण अस्पतालों पर मरीजों का दबाव अत्यधिक है। हालांकि मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए 280 स्थायी पदों की भर्ती के लिए प्रमुख चिकित्सा शिक्षा सचिव को पत्र लिखा था। इससे पहले, विभिन्न विभागाध्यक्षों ने भी पत्र लिखकर इनकी जरूरत बताई थी। बावजूद इसके, सरकार के स्तर पर इनकी सेवा अवधि बढ़ाने का निर्णय नहीं हो पाया। बताया जा रहा है कि इस संबंध में फाइल चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर के पास लंबित है।
डेढ़ वर्ष से दे रहे थे सेवाएं
इन रेजिडेंट डॉक्टरों का कहना है कि, वे गत डेढ़ वर्ष से सेवाएं दे रहे हैं। ऐकेडमिक रेजिडेंट, सीनियर रेजिडेंट और इंटर्न की हड़ताल के दौरान भी इन नॉन-ऐकेडमिक रेजिडेंट डॉक्टरों ने आउटडोर, इनडोर और ऑपरेशन थियेटर में सेवाएं दीं। कॉलेज प्राचार्य डॉ. दीपक माहेश्वरी का कहना है कि, इन रेजिडेंट डॉक्टरों की सेवा अवधि विस्तार पर जल्द ही निर्णय होने की संभावना है।
राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

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Published on:
12 Oct 2024 05:24 pm


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