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एसआइआर: जिले में कटेंगे 1.23 लाख वोट, सबसे ज्यादा सतीश सिकरवार व ऊर्जा मंत्री की विधानसभा में नाम बाहर होंगे

गणना पत्रक वितरण व एकत्रित करते समय मौके पर नहीं मिले मतदाता, इस कारण शिफ्टेड में डाला, 90 फीसदी मतदाताओं के गणना पत्रक हुए डिजिटल

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गणना पत्रक वितरण व एकत्रित करते समय मौके पर नहीं मिले मतदाता, इस कारण शिफ्टेड में डाला, 90 फीसदी मतदाताओं के गणना पत्रक हुए डिजिटल
गणना पत्रक वितरण व एकत्रित करते समय मौके पर नहीं मिले मतदाता, इस कारण शिफ्टेड में डाला, 90 फीसदी मतदाताओं के गणना पत्रक हुए डिजिटल

जिले की छह विधानसभा में बुधवार को 90 फीसदी मतदाताओं के गणना पत्रक डिजिटल हो गए हैं। 90 फीसदी कार्य में मतदाता सूची की स्थिति स्पष्ट हो गई है। छह विधानसभा में 1 लाख 23 हजार वोट ऐसे मतदाताओं के कटेंगे, जो मौके पर नहीं मिले हैं और पत्रक वापस नहीं किया है। न जानकारी दी है। वहीं 24 हजार 821 मृतक मतदाता मिले हैं, जिनके नाम डिलीट किए जाएंगे। यदि वोट कटने की स्थिति देखी जाए तो ग्वालियर पूर्व में 33 हजार 282 व ग्वालियर विधानसभा में 24 हजार 628 मतदाता कट रहे है। यहां पर सबसे ज्यादा शिफ्टेड मतदाताओं की संख्या है। ग्वालियर पूर्व से कांग्रेस से सतीश सिकरवार विधायक हैं, जबकि ग्वालियर से विधायक प्रद्युम्न सिंह तोमर ऊर्जा मंत्री है। सबसे कम शिफ्टेड मतदाता डबरा में मिला है।

दरअसल जिले में 4 नवंबर से मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) कार्यक्रम शुरू हुआ था। शुरुआत में यह काम कठिन लग रहा था, लेकिन जिले में काम को पूरा कर लिया है। 90 फीसदी काम पूरा हो गया है। प्रदेश के चार महानगरों में अच्छा काम करने में ग्वालियर दूसरे नंबर पर है। सबसे पीछे भोपाल चल रहा है और उसके बाद इंदौर। 11 नवंबर तक गणना पत्रक डिजिटल करने का काम पूरा करना है। भितरवार 100 फीसदी काम पूरा हो चुका है।

नए नाम जोडऩे पर भी एसआइआर की प्रक्रिया का सामना करना पड़ेगा

- जिन मतदाताओं के नाम शिफ्टेड सूची में हैं। उनका प्रारंभिक सूची के प्रकाशन में नाम नहीं आएगा। इनके नाम कट जाएंगे। यदि ये मतदाता दुबारा जुडऩा चाहते हैं तो उन्हें एसआइआर की प्रक्रिया से गुजरना होगा।

- नाम जोडऩे के फार्म के साथ घोषणा पत्र भरना होता है। इस घोषणा पत्र में 2003 में नाम कहां पर था, उसकी जानकारी भरना जरूरी है। यदि यह जानकारी नहीं देते हैं तो नाम नहीं जुड़ेगा।

- ग्वालियर पूर्व 2003 के बाद नई विधानसभा बनी थी। इस विधानसभा में दूसरे जिले के निवासी अधिक है। साथ भी शिफ्ट होकर ग्वालियर पूर्व में पहुंचे थे।

- ग्वालियर पूर्व व ग्वालियर विधानसभा में लोगों ने गणन पत्रक भरने में दिलचस्पी नहीं दिखाई है। इस कारण बीएलओ ने शिफ्टेड में डाल दिया है।

सुधार का काम भी चल रहा, क्योंकि गलत लिंक हुआ वोट

जिले में सुधार काम भी चल रहा है, क्योंकि मतदाताओं ने गलत जानकारी भर दी, जिससे वोट गलत लिंक हो गया है। जो गलती सामने आई है, उसमें सुधार किया जा रहा है। डेढ़ लाख से अधिक मतदाताओं का डेटा गलत हुआ था।

- 2003 की सूची में खुद का नाम व पिता, माता, चाचा-चाची का नाम की सही पहचान नहीं की। सर्च में कई एक जैसे नाम आए, जिससे लोगों फार्म में भर दिया। गलत लिंक जानकारी को सुधारा जा रहा है।

छह विधानसभा में शिफ्टेड मतदाता, जिनके नाम होंगे बाहर

विधानसभा शिफ्टेड

ग्वालियर ग्रामीण 17356

ग्वालियर 24628

ग्वालियर पूर्व 33282

ग्वालियर दक्षिण 18941

भितरवार 10541

डबरा 7627

राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

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टिप्पणियाँ (43)

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है

सोनिया वर्मा
सोनिया वर्माjust now

दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।

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