AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
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ग्वालियर. सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की ड्यूटी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) में बीएलओ के रूप में लगाए जाने से स्कूलों में पढ़ाई व्यवस्था चरमरा गई है। परीक्षाएं नजदीक हैं, लेकिन किसी भी कक्षा का सिलेबस पूरा नहीं हुआ है। कक्षा एक से आठवीं तक स्कूलों में सिलेबस 50 फीसदी तक भी कोर्स नहीं हो सका है। 10वीं से 12वीं तक का सिलेबस भी अधूरा है। वहीं शिक्षा विभाग ने माध्यमिक शिक्षा मंडल की कक्षा 10वीं व 12वीं की परीक्षाओं में पुरस्कार की योजना बनाकर रिजल्ट का टारगेट दे दिया है। 100 फीसदी रिजल्ट देने वाले शिक्षकों और प्राचार्यों को राज्य स्तरीय पुरस्कार से नवाजा जाएगा। जिन स्कूलों का रिजल्ट खराब रहा, उन्हें रिजल्ट बेहतर करना है। साथ ही रिजल्ट खराब आने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है। माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10 वीं-12 वीं की परीक्षाएं 7 फरवरी से शुरू होंगी, सिलेबस अधूरा होने से छात्र टेंशन में हैं।
जिले के 1769 शिक्षक बीएलओ ड्यूटी में
विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्रदेशभर में 25 हजार से ज्यादा शिक्षकों की ड्यूटी बीएलओ के रूप में मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण में लगाई गई है, इसमें ग्वालियर जिले के 1769 शिक्षक भी शामिल हैं। इससे स्कूलों में पढ़ाई व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। कई स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षक तक नहीं हैं। प्राचार्य जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र भी लिख चुके हैं।
प्री-बोर्ड परीक्षाएं अगले महीने, छात्र तनाव में
10वीं-12वीं की प्री-बोर्ड परीक्षाएं 5 जनवरी से शुरू होंगी, जो 13 जनवरी तक चलेंगी। इस दौरान कक्षाएं भी लगाई जाएंगी, इनमें अगले पेपर के विषय की तैयारी कराई जाएगी। विद्यार्थियों को एक घंटे पहले परीक्षा केंद्र पहुंचना होगा। परीक्षा कक्ष में आधा घंटा पहले आना होगा। पांच मिनट पहले प्रश्न-पत्र वितरित होगा। विभाग के अधिकारियों के निर्देश पर स्कूलों में अतिरिक्त कक्षाएं लगाने के साथ ही छात्रों को रिवीजन भी कराना होगा। कोर्स पूरा नहीं होने से छात्र तनाव में हैं।
शुरू हुईं आठवीं तक की अद्र्धवार्षिक परीक्षाएं
कक्षा 6 से 8 तक की अद्र्धवार्षिक परीक्षाएं शुरू हो गई हैं, जो 13 दिसंबर तक चलेंगी। पहले यह परीक्षाएं 24 नवंबर से शुरू होनी थीं। परीक्षा तिथियों में बदलाव का कारण प्रदेश में चल रहा एसआइआर अभियान है। इसमें सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को लगाया गया है। इससे परीक्षाएं भी प्रभावित हुई हैं। ग्वालियर में 6 से 8वीं कक्षा में 40 फीसदी ही कोर्स हुआ है।
पढ़ाई प्रभावित, अतिरिक्त कक्षाएं लगा रहे हैं
&शिक्षकों की बीएलओ के रूप में ड्यूटी लगाए जाने से स्कूलों में पढ़ाई जरूर प्रभावित हुई है। बोर्ड की 10वीं व 12वीं कक्षा में हम 70 से 75 प्रतिशत कोर्स पूरा करा चुके हैं। 6वीं से 8वीं के स्कूलों में भी कोर्स पूरा करवाया जा रहा है। अतिरिक्त कक्षाएं व रेमेडियल क्लास भी संचालित हो रही हैं।
हरिओम चतुर्वेदी, जिला शिक्षा अधिकारी ग्वालियर
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Published on:
11 Dec 2025 02:16 am


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