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बिजली नहीं आई तो बच्चों को लेकर हाइवे पर धरने पर बैठा स्कूल प्रबंधन

श्योपुर. पिछले कुछ दिनों से स्कूल की बिजली सप्लाई गड़बड़ाने और रात भर बिजली नहीं आने को लेकर शुक्रवार को ढोटी-आसीदा रोड पर संचालित एक निजी स्कूल के संचालक और स्टाफ स्कूली बच्चों को लेकर श्योपुर-कोटा इंटरस्टेट हाइवे पर धरने पर बैठ गया। हाइवे पर ढोटी सबस्टेशन के सामने लगभग 3 घंटे चले धरना प्रदर्शन […]

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निजी स्कूल के बच्चों और स्टाफ ने ढोटी सबस्टेशन के बाहर दिया धरना

श्योपुर. पिछले कुछ दिनों से स्कूल की बिजली सप्लाई गड़बड़ाने और रात भर बिजली नहीं आने को लेकर शुक्रवार को ढोटी-आसीदा रोड पर संचालित एक निजी स्कूल के संचालक और स्टाफ स्कूली बच्चों को लेकर श्योपुर-कोटा इंटरस्टेट हाइवे पर धरने पर बैठ गया। हाइवे पर ढोटी सबस्टेशन के सामने लगभग 3 घंटे चले धरना प्रदर्शन के बाद बिजली कंपनी के अधिकारी पहुंचे और समस्या निराकरण का आश्वासन दिया, तब जाकर धरना समाप्त हुआ।

विशेष बात यह है कि इस धरना प्रदर्शन के दौरान न केवल स्कूल संचालक और प्राचार्य बल्कि स्कूल के छोटे-छोटे बच्चे भी शामिल रहे। इस दौरान बच्चों के हाथों में या बिजली दो या या मौत दो जैसे नारे लिखी तख्तियां भी थी। हालांकि धरना प्रदर्शन की जानकारी बिजली कंपनी के अधिकारियों को पूर्व में नहीं दी गई थी। हालांकि समझाइश के बाद मामला शांत हो गया, लेकिन अब नियमविरुद्ध तरीके से स्कूली बच्चों को सडक़ पर लाकर बिठाने और धरना दिलाने को लेकर बिजली कंपनी के अधिकारी कार्रवाई के लिए जिला प्रशासन को पत्र भी लिखेंगे।

धरना के दौरान स्कूल प्रबंधन ने ये बताई समस्या

धरना प्रदर्शन के दौरान निजी स्कूल संचालक ने बताया कि बिजली कंपनी द्वारा स्कूल की सप्लाई ठीक नहीं की जा रही है। ऐसी स्थिति में विद्यार्थियों और स्टाफ को परेशानी झेलनी पड़ रही है। इस संबंध में कई बार बिजली कंपनी को लिखित शिकायत करने के बावजूद व्यवस्था नहीं सुधारी गई।

ग्रामीण बोले-छात्रों को धरने पर लाना गलत

स्थानीय ग्रामीणों और अभिभावकों का कहना है कि स्कूल प्रबंधन ने अपने निजी स्वार्थ के लिए बच्चों का उपयोग किया जो गलत है। यदि स्कूल में बिजली समस्या थी तो स्कूल संचालक और प्राचार्य बिजली अधिकारियों से बात करते, स्कूल में जनरेटर की व्यवस्था करते। विशेष बात यह है कि स्कूल में बिजली नहीं आने के चलते अभिभावकों ने दो दिन पहले स्कूल में हंगामा भी किया था।

स्कूल की बिजली सप्लाई सुचारू की जा रही थी, लेकिन स्कूल संचालक द्वारा बिना सूचना के बच्चों को लेकर हाइवे धरना दिया गया। हालांकि बिजली सप्लाई ठीक कर दी गई है, इस संबंध में हम जिला प्रशासन को अवगत कराएंगे।

नागसेन सोमकुंअर, डीजीएम, बिजली कंपनी श्योपुर नोर्थ

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टिप्पणियाँ (43)

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है

सोनिया वर्मा
सोनिया वर्माjust now

दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।

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