AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
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JDU Political Donation: बिहार की सत्ताधारी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) पर वित्तीय वर्ष 2024-25 में पैसों की जबरदस्त बारिश हुई है। जहां पार्टी को पिछले वित्तीय वर्ष में करीब 1.81 करोड़ रुपये का चंदा मिला था, वहीं 2024–25 में यह राशि बढ़कर 18.69 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। यानी महज एक साल में जेडीयू की फंडिंग में करीब 932 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। खास बात यह है कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में शामिल नेताओं के व्यक्तिगत योगदान को लेकर भी बड़ा अंतर सामने आया है।
रिपोर्ट के अनुसार बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने पार्टी को 1.25 लाख रुपये का चंदा दिया, जबकि राज्यसभा के उपसभापति और जेडीयू के वरिष्ठ नेता हरिवंश नारायण सिंह ने 3.74 लाख रुपये का योगदान किया। इस तरह हरिवंश का चंदा नीतीश कुमार के योगदान से करीब तीन गुना अधिक रहा।
जेडीयू को मिले कुल 18.69 करोड़ रुपये में सबसे बड़ा हिस्सा इलेक्टोरल ट्रस्ट से आया है। पार्टी को प्रोग्रेसिव इलेक्टोरल ट्रस्ट से 10 करोड़ रुपये, प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट से 5 करोड़ रुपये और समाज इलेक्टोरल ट्रस्ट एसोसिएशन से 2 करोड़ रुपये मिले हैं। यानी कुल चंदे का बड़ा हिस्सा कुछ चुनिंदा इलेक्टोरल ट्रस्ट से आया है। इसके अलावा कई निजी कंपनियों और व्यक्तिगत दानदाताओं ने भी पार्टी को चंदा दिया है।
इलेक्टोरल ट्रस्ट के अलावा जेडीयू को कई स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर की कंपनियों से भी जेडीयू को लाखों रुपये का चंदा मिला। इनमें उर्मिला इंटरनेशनल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (10 लाख), सोना बिस्किट्स लिमिटेड (10 लाख), नटराज आयरन एंड इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड (5 लाख) और कोलकाता की अनमोल इंडस्ट्रीज लिमिटेड (15 लाख ) जैसी कंपनियां शामिल हैं। इन कंपनियों ने पार्टी को 5 लाख से 15 लाख रुपये तक का योगदान दिया है। जदयू को इन कंपनियों से कुल 40 लाख से ज्यादा रुपये मिले।
व्यक्तिगत दानदाताओं की बात करें तो बेंगलुरु और पटना से जुड़े कुछ उद्योगपतियों और व्यवसायियों ने भी जेडीयू को लाखों रुपये का चंदा दिया है। जिसमें पटना के संजय कुमार सिन्हा ने 4.5 लाख रुपये और बेंगलुरु स्थित प्रेस्टीज आइवी टेरेस के आकाश अग्रवाल ने 10 लाख रुपये दिए हैं। इसके साथ ही पार्टी के कई सांसदों, विधायकों और वरिष्ठ पदाधिकारियों ने भी तयशुदा राशि पार्टी फंड में जमा कराई है।
राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

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Published on:
22 Dec 2025 09:30 am


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