AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
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नई दिल्ली। बिहार में जहां भाजपा ने 90 प्रतिशत की स्ट्राइक रेट से जीत दर्ज की है वहीं राजस्थान के कार्यकर्ताओं के पास जिन सीटों का सीधा जिम्मा था उनमें भाजपा ने शत प्रतिशत स्ट्राइक रेट से जीत दर्ज की है। भाजपा ने हरियाणा और दिल्ली के चुनाव की तर्ज पर बिहार में भाजपा के हिस्से आई हर सीट पर एक प्रवासी कार्यकर्ता के रूप में प्रवासी प्रभारी नियुक्त किया था। राजस्थान से पांच जनों को प्रवासी प्रभारी के रूप में कमान सौंपी गई थी इन्हें सौंपी गई सभी सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत का परचम लहराया है।
भीलवाड़ा के सांसद दामोदर अग्रवाल को पड़िहार का जिम्मा दिया गया था। यहां भाजपा गायत्री देवी 17 हजार से ज्यादा वोटों से आगे रही । राजस्थान भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी को जाले व दरभंगा शहर का जिम्मा दिया गया था। जाले में भाजपा के जीबेश कुमार 21 हजार से ज्यादा वोटों से तो दरभंगा शहर में भाजपा के संजय सरावगी 24 हजार से ज्यादा वोटों से जीते। विराटनगर विधायक कुलदीप धनकड़ को साहेबगंज विधानसभा सीट की जिम्मेदारी दी गई थी। यहां भाजपा के राजू कुमार सिंह 13 हजार से ज्यादा वोटों से जीते। जोधपुर शहर के विधायक अतुल भंसाली दरभंगा जिले की हयाघाट विधानसभा की जिम्मा दिया गया था और यहां भाजपा के रामचंद्र प्रसाद 11 हजार वोटों से जीत दर्ज की है। राजस्थान के समाज कल्याण मंत्री अविनाश गहलोत को बथनाह,दीघा की जिम्मेदारी दी गई थी। बथनाह पर भाजपा के अनिल कुमार ने 51 हजार से ज्यादा से जीत दर्ज की। दीघा में भाजपा के संजीव चौरसिया ने 59 हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की है।

हरियाणा के चुनाव प्रभारी रहे राजस्थान भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने नवादा लोकसभा में कमान संभाली जहां नवादा में जद यू, गोविंदपुर में एलजेएसपी, हिसवा में भाजपा, बरबीघा में जद यू रजौली एलजेएसपी ने जीत हासिल की ओर एक वारसिलीगंज सीट ही महागठबंधन को गई। वहीं पूर्व मंत्री राजेन्द्र राठौड़ को पाटली पुत्र लोकसभा की विधानसभाओं की जिम्मेदारी दी गई थी इनमें दानापुर, बिक्रम में भाजपा ने तो फुलवारी और मसौढ़ी ने जद यू ने जीत दर्ज की वहीं मनेर और पालीगंज महागठबंधन के खाते में गईं।
इन प्रवासी प्रभारियों ने पूरे चुनाव के दौरान अपने जिम्मे वाले क्षेत्र में रह कर गठबंधन के रूप में भाजपा और सहयोगियों के बीच समन्वय पर विशेष ध्यान दिया। चुनाव के बीच आने वाली हर प्रकार की कठिनाईयों के भी त्वरित समाधान निकालने के लिए पार्टी के केन्द्र और राज्य नेतृत्व के सतत संपर्क में रहे।
इसके अलावा भाजपा राजस्थान से निहाल चंद मेघवाल, ओमप्रकाश भड़ाना, वासुदेव चावला, नीरज जैन, विष्णु चेतानी, आईदान भाटी, सुमन शर्मा, अनुराग जांगिड़, हरलाल सहारण, सोमकांत शर्मा, सरोज प्रजापत, रणवीर गुढ़ा, महेश शर्मा ने भी बिहार चुनावों में पार्टी के लिए विभिन्न भूमिकाओं में काम किया।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा औऱ दिया कुमारी सहित कई अन्य भाजपा नेताओं ने भी प्रत्याशियों के लिए नामांकन, प्रचार किया।
राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

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Updated on:
15 Nov 2025 12:24 pm
Published on:
15 Nov 2025 12:16 pm


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