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CGMSC घोटाला… 550 करोड़ के टेंडर में हेराफेरी, EOW की चार्जशीट से हुआ आरोपियों का खुलासा

CGMSC Scam: रायपुर में सीजीएमएससी के अफसरों ने सिंडिकेट बनाकर 550 करोड़ रुपए का घोटाला किया। यह खुलासा ईओडब्ल्यू ने द्वारा विशेष न्यायालय में पेश किए गए 18000 पन्नों के चालान और केस डायरी में खुलासा किया गया है।

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मितानिनों की दवा पेटी खाली, स्वास्थ्य विभाग ने CGMSC को नहीं दी लिस्ट, गांव-गांव इलाज पर संकट...(photo-patrika)
मितानिनों की दवा पेटी खाली, स्वास्थ्य विभाग ने CGMSC को नहीं दी लिस्ट, गांव-गांव इलाज पर संकट...(photo-patrika)

CGMSC Scam: छत्तीसगढ़ के रायपुर में सीजीएमएससी के अफसरों ने सिंडिकेट बनाकर 550 करोड़ रुपए का घोटाला किया। इसके लिए अपने करीबी मोक्षित कॉर्पोरेशन के संचालक शंशाक चोपड़ा को मेडिकल उपकरण और रिजेंट की आपूर्ति करने टेंडर में हेराफेरी की गई। अपनी रसूख का उपयोग अफसरों का तबादला रुकवाने और टेंडर फिक्सिंग की। इस खेल में अफसर भी शामिल थे।

यह भी पढ़ें: CGMSC घोटाला… 6 आरोपियों के खिलाफ 18000 पन्नों का चार्जशीट पेश, 10 जून को होगी अगली सुनवाई

CGMSC Scam: सीजीएमएससी के टेंडर में हेराफेरी

अफसरों को कमीशन देने के लिए निर्धारित दरों से 16 गुना अधिक कीमतों पर उपकरण और रीएजेंट की आपूर्ति की। साथ ही 0.2 से लेकर 0.5 फीसदी तक अफसरों को कमीशन दिया। यह खुलासा ईओडब्ल्यू ने द्वारा विशेष न्यायालय में पेश किए गए 18000 पन्नों के चालान और केस डायरी में खुलासा किया गया है।

चालान और केस डायरी में बताया गया है कि सीसीएमएससी के अधिकारियों ने सिंडीकेट बनाकर फर्जीवाड़ा किया। इस मामले में छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विस कॉर्पोरेशन के गिरफ्तार अधिकारी बसंत कुमार कौशिक, क्षिरोद्र रौतिया, डॉ० अनिल परसाई, कमलकांत पाटनवार एवं दीपक कुमार बंधे और मोक्षित मेडिकेयर प्राइवेट लिमिटेड के संचालक / पार्टनर शशांक चोपड़ा शामिल थे। उनके ठिकानों पर छापेमारी के दौरान बडी़ संया में लेनदेन के दस्तावेज, 9 मोबाइल, 2 पेन ड्राइव और निविदा से संबंधित फाइलों को जब्त किया गया है।

खरीदी में फर्जीवाड़ा

मोक्षित कॉरर्पोशन ने ब्लड सैंपल लेने वाली 1.50 से 8.50 रुपए में मिलने वाली ईडीटीए ट्यूब 23.52 रुपए में आपूर्ति की। वहीं दूसरी कंपनी के उपकरणों और रीएजेंट को स्वयं का बताने के लिए अपना स्टीकर लगाया। अफसरों ने घोटाला करने पहले से उपलब्ध रीएजेंट और मशीनों को दोबारा खरीदा।

यह पूरा खेल 26-27 दिनों में किया गया। इसकी आपूर्ति करने के बाद मशीनों को इंस्टाल ही नहीं किया। कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था नहीं होने के कारण रीएजेंट खराब हो गए। आपूर्ति किए गए सामानों की वसूली भी बोगस बिलिंग का सहारा लिया गया।

टेलर मेड बनवाया

मोक्षित कॉर्पोरेशन के संचालक शंशाक चोपड़ा ने निविदा शर्तों को अपने अनुसार अधिकारियों से सांठगांठ कर टेलर मेड बनवाया। ताकि इस प्रतिस्पर्धा में अन्य कंपनियों को हटाकर स्वयं ही इसकी आपूर्ति कर सके। टेंडर स्क्रूटनी कमेटी के प्रमुख सदस्य एवं विभाग के वरिष्ठ अधिकारी बसंत कौशिक करीबी संबंधों के चलते शशांक के साथ सांठगांठ कर भ्रष्टाचार कर रहे थे।

राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

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टिप्पणियाँ (43)

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है

सोनिया वर्मा
सोनिया वर्माjust now

दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।

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