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रिफाइनरी के आसपास तीन माह से लग रहे कंपनियों के प्लांट, क्षेत्रीय विकास नियंत्रण समिति ने अब रद्द किए इनके आवेदन

मामला निषिद्ध और नो-डेवलपमेंट क्षेत्र में लग रहे प्लांटों का, कुछ प्लांटों से मटेरियल होने लगा है सप्लाई

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Companies have been setting up plants around the refinery for the past three months; the Regional Development Control Committee has now canceled their applications.
रिफाइनरी के पास लगा प्लांट

बीना. बीपीसीएल बीना रिफाइनरी के नो-डेवलपमेंट क्षेत्र और निषिद्ध क्षेत्र में तीन माह से प्लांट लगाने का कार्य चल रहा है और प्लांटों से मटेरियल तैयार होने लगा है। यह प्लांट बिना अनुमति के लगाए गए हैं, लेकिन किसी भी जिम्मेदार अधिकारी ने ध्यान नहीं दिया और अब क्षेत्रीय विकास नियंत्रण समिति की बैठक में कंपनियों के आवेदन निरस्त किए गए हैं।
रिफाइनरी के आसपास होने वाली गतिविधियों की निगरानी रिफाइनरी प्रबंधन करता है। साथ ही प्रशासन द्वारा भी नजर रखी जाती है। इसके बाद भी बाउंड्रीवॉल के पास ही कंपनी पेट्रोकेमिकल प्लांट के निर्माण के लिए मटेरियल तैयार करने अस्थायी प्लांट लगाते रहे, जो चालू भी हो गए हैं, लेकिन यहां किसी ने ध्यान नहीं दिया। अनुमति न होने के बाद भी रिफाइनरी प्रबंधन ने भी प्रशासन को सूचना देना उचित नहीं समझा और न ही प्रशासनिक अधिकारियों ने कोई कार्रवाई की। मामला मीडिया में आने के बाद तूल पकड़ा, तो क्षेत्रीय विकास नियंत्रण समिति की बैठक आयोजित कर अनुमति के लिए आए आवेदन निरस्त किए गए। यदि पहले ही अधिकारी ध्यान देते, तो प्लांट लग ही नहीं पाते।

रिफाइनरी प्रबंधन नहीं चाहता हटाए जाएं प्लांट
समिति में प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस सहित रिफाइनरी प्रबंधन से भी एक अधिकारी शामिल होता है। बैठक में प्रबंधन की तरफ से शामिल अधिकारी पेट्रोकेमिकल प्लांट का कार्य समय पर पूर्ण कराने के लिए कंपनियों को अनुमति देने के पक्ष में रहे। साथ ही तर्क दिया गया कि प्लांट पास में होने से कम समय में मटेरियल उपलब्ध हो रहा है। इस मामले में एसडीएम जांच की बात कह रहे हैं, तो तहसीलदार ने 30 दिसंबर तक प्लांट हटाने का पत्र भी जारी कर दिया है।

मजदूरों के लिए बनाए अस्थायी आवास
नो डेवलपमेंट क्षेत्र में मटेरियल तैयार करने अस्थायी प्लांट के साथ-साथ कंपनियों ने मजदूरों के लिए आवास भी बनाए हैं, ऑफिस तैयार किए गए हैं। इसके लिए भी कोई अनुमति नहीं ली गई है।

रिफाइनरी प्रबंधन ने नहीं दी सूचना
रिफाइनरी प्रबंधन की तरफ से प्लांटों को लेकर कोई सूचना पूर्व में नहीं दी गई। जबकि ग्रामीण मकान या दुकान बनाते हैं, तो तत्काल आपत्ति दर्ज कराते हुए सूचना दी जाती है।
विजय डेहरिया, एसडीएम, बीना

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टिप्पणियाँ (43)

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।

राहुल शर्मा
राहुल शर्माjust now

हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है

सोनिया वर्मा
सोनिया वर्माjust now

दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।

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