AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
AI-generated Summary, Reviewed by Patrika

बीना. सहकारी उचित मूल्य की दुकान से गरीब परिवार के सदस्यों को हर माह पांच किलो राशन दिया जाता है, जिसमें अनाज की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया जाता है और सीधा दुकानों पर भेज दिया जाता है। शिकायतों के बाद भी को अधिकारी ध्यान नहीं देते हैं, जिससे जरूरतमंद लोगों को बाजार से ही अनाज खरीदना पड़ता है।
बीपीएल सूची में शामिल परिवारों को मिला गेहूं खाने लायक नहीं है, क्योंकि घुन लगा और बारिश के समय खराब हुआ गेहूं इस माह दुकानों पर आया है। राशन लेने पहुंचने वाले लोग घटिया गेहूं की जगह अच्छा गेहूं देने की मांग कर रहे हैं, लेकिन दुकान संचालक पूरा स्टॉक खराब आने की बात कह रहे हैं। मजबूरी में हितग्राही खराब गेहूं लेकर आ रहे हैं, लेकिन वह खाने के लायक नहीं है। दुकान संचालकों ने भी खाद्य विभाग के अधिकारियों से इसकी शिकायत की है, लेकिन समस्या हल नहीं हुई है। इसके पूर्व दुकानों पर घटिया चावल की सप्लाई की गई थी। अधिकारी क्वालिटी चेक किए बिना ही गेहूं, चावल दुकानों पर भेज रहे हैं।
पुराने स्टॉक का आ रहा है गेहूं
जानकारी के अनुसार सागर वेयरहाउस में रखा पिछले वर्षों का गेहूं भेजा जा रहा है, जिसकी क्वालिटी ठीक नहीं है। बारिश का पानी लगने से गेहूं काला पड़ गया है और फंफूद भी लगी हुई है। अभी नए स्टॉक का गेहूं दुकानों पर सप्लाई नहीं किया जा रहा है।
खरीदी के समय समितियां करती हैं लापरवाही
समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के समय गुणवत्ता का ध्यान न देते हुए खरीदी कर ली जाती है और फिर यही गेहूं गरीबों की थाली में पहुंचता है। खरीदी के समय जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं देते हैं और वेयरहाउसों में इसे जमा करा दिया जाता है।
ज्यादा खराब होने पर दिया जाएगा दूसरा गेहूं
राशन दुकान संचालक खराब गेहूं पहुंचने की शिकायत कर रहे हैं, जहां ज्यादा खराब गेहू पहुंचा है उसकी जगह दूसरा गेहूं दिया जाएगा।
सौरभ यादव, कनिष्ठ खाद्य आपूर्ति अधिकारी, बीना
राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

क्या आपको लगता है कि यह टैरिफ भारत की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा?
Published on:
15 Dec 2025 11:56 am


यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है... यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा।
हाँ, ये सोचने वाली चीज़ है
दिलचस्प विचार! आइए इस पर और चर्चा करें।