AI-generated Summary, Reviewed by Patrika
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जयपुर. राजधानी की सड़कों पर ट्रैफिक सिर्फ वाहनों का नहीं, राहगीरों की हिम्मत का भी इम्तिहान ले रहा है। जेएलएन मार्ग से लेकर टोंक रोड तक, हर बड़े चौराहे पर पैदल यात्रियों की ‘कदमताल’ किसी जोखिम भरे खेल से कम नहीं दिखी। कहीं विद्यार्थी दौड़ते हुए सड़क पार करते नजर आए, तो कहीं लोग बीच सड़क पर ठिठककर ट्रैफिक के थमने का इंतज़ार करते दिखे। फुटओवर ब्रिज की कमी ने हालात ऐसे बना दिए हैं कि रोज़ाना हजारों लोग अपनी मंज़िल से पहले खतरे की रेखा पार करते हैं। राजस्थान पत्रिका टीम ने मंगलवार को शहर के वीवीआइपी रोड जेएलएन मार्ग और टोंक रोड के कुछ चौराहों पर जाकर हकीकत देखी तो सड़क पार करने के लिए ट्रैफिक के साथ राहगीर 'कदमताल' करते दिखाई दिए। उनके चेहरों पर मजबूरी, जल्दबाजी और डर दिखा।
लाइव रिपोर्ट
जेएलएन मार्ग: राजस्थान विश्वविद्यालय के सामने, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के बाहर, मोती डूंगरी के सामने, मालवीय नगर पुलिया के पास, जवाहर सर्कल पर पैदल यात्री जान जोखिम डाल सड़क पार करते दिखाई दिए।
टोंक रोड: रामबाग सर्कल, नगर निगम कार्यालय के बाहर, गांधी नगर मोड़, गोपालपुरा पुलिया के नीचे, प्रतापनगर जैसे चौराहों पर राहगीर सड़क पार करने में परेशानी का सामना करते नजर आए।
चौराहा नंबर - 1
स्थान : जेएलएन मार्ग, राजस्थान विश्वविद्यालय के बाहर
समय : दोपहर 1 बजे
विश्वविद्यालय से बाहर चौराहे पर दौड़ते वाहनों के बीच से विद्यार्थी चौराहा पार करते नजर आए। पैदल सड़क पार करने वालों में डर भी नजर आया, कुछ आधी सड़क पार कर बीच में आकर रुक गए तो कुछ चलते ट्रैफिक में ही आगे बढ़ते दिखाई दिए। कुछ विद्यार्थी कभी दो कदम आगे बढ़ाते तो कभी दो कदम वापस पीछे आते नजर आए। 20 मिनट में 200 से अधिक विद्यार्थियों के साथ लोगों ने चलते ट्रैफिक के बीच सड़क पार की।
चौराहा नंबर - 2
जगह : टोंक रोड, रामबाग सर्कल
समय : दोपहर 1.30 बजे
कॉलेज की छुट्टी हुई थी, एक साथ कई विद्यार्थी चलते ट्रैफिक के बीच चौराहे को पैदल ही पार करते नजर आए। कुछ विद्यार्थी चौराहे पर दौड़ते दिखाई दिए। ट्रैफिक लाइट पर ग्रीन सिग्नल होते ही कुछ विद्यार्थी बीच में रुक गए। न वापस आ सके, न सड़क पार कर सके। सोडाला की ओर जाने के लिए बस पकड़ने की जल्दी में कुछ लोग तेज गति से चौराहे को पार करते दिखाई दिए। 35 मिनट में 400 से अधिक लोगों ने पैदल चौराहे को पार किया।
राहगीरों की पीड़ा
डरते हुए सड़क पार करते हैं। मजबूरी है, कोई अन्य रास्ता नहीं हैं। सरकार यूनिवर्सिटी के बाहर फुटओवर ब्रिज बनाएं, रोजाना हजारों छात्र यहां से सड़क पार करते हैं।
- युवराज जायसवाल, विद्यार्थी, हिंदी विभाग
रामबाग सर्कल के पास दो कॉलेज और एक स्कूल है। रोजाना 15 से अधिक विद्यार्थी चौराहे को पैदल ही पार करते हैं। दुर्घटना का डर बना रहता है। बस पकड़ने के लिए लोग भी पैदल ही सड़क पार कर रहे हैं।
- संजय मीणा, निजी कॉलेज स्टूडेंट
राजद के कई बड़े नेता और तेजश्री यादव की पत्नी ने कहा था कि बिहार में खेल होना अभी बाकि है। ऐसा होने के डर से ही नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा के नजदीक चाणक्य होटल में रात को रुकवाया।

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Published on:
17 Dec 2025 12:35 pm


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