कन्या कॉलेज में मार्शल आर्ट से बेटियां बनी सशक्त, पलटवार कर दिखाया सुरक्षा कौशल
हिण्डौनसिटी. राजकीय कन्या महाविद्यालय में संचालित रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर का समापन गत दिवस हुआ। छात्राओं ने 24 दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान सीखे आत्मरक्षा के कौशलों का प्रदर्शन कर न केवल अपनी क्षमता दिखाई, बल्कि बेटियों ने निडर और सक्षम बनने का संदेश भी दिया।
नोडल प्राचार्य डॉ. पप्पूराम कोली की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में हिण्डौन पंचायत समिति के सरपंच संघ के अध्यक्ष रहे खरेंटा ग्राम पंचायत के प्रशासक भूदेव सिंह डागुर रहे। वहीं हाल ही में आरएएस चयनित व्याख्याता कृष्णा डागुर, सूरौठ कॉलेज प्रभारी डॉ. गंगाराम मीणा, डॉ. अनिल अग्रवाल, डॉ. रीतेश जैन, शालिनी गुप्ता, उपमा मीणा और सहदेव सिंह विशिष्ट अतिथि रहे।
कन्या महाविद्यालय के प्रभारी अधिकारी डॉ. मुकेश कुमार गोयल ने बताया कि शिविर के पहले सात दिन राजस्थान पुलिस की महिला कांस्टेबलों ने छात्राओं को हर परिस्थिति में आत्मबल बनाए रखने और साहसपूर्वक मुकाबला करने की रणनीतियां सिखाईं। इसके बाद एसआर मार्शल आट्र्स एकेडमी के प्रशिक्षक रिंकू गुर्जर ने छात्राओं को हमलावर से बचाव और पलटवार की तकनीकें सिखाईं, जिससे वे किसी भी संकट में खुद को सुरक्षित रख सकें। समारोह में प्रशिक्षण प्राप्त 60 छात्राओं को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। मुख्य अतिथि भूदेव सिंह डागुर ने खरेंटा गांव में संचालित दो व्यायामशालाओं की जानकारी साझा की और छात्राओं को व्यक्तित्व में निडरता और व्यवहार में आत्मविश्वास लाने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि आज की बेटियों को केवल पढ़ाई ही नहीं, बल्कि सुरक्षा और आत्मनिर्भरता के गुर भी सीखने चाहिए, जिससे वे हर परिस्थिति में खुद को सुरक्षित रख सकें। समारोह में सहायक आचार्य सुमित विरैटिया, दिनेश मीणा, डॉ शालिनी सिंह, डॉ. गुड्डू, सुनील कुमार, डीपी सैनी, सत्यप्रकाश गुप्ता, वीरेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे। इससे पूर्व महाविद्यालय प्रशासन की ओर से अतिथियों का स्वागत किया गया।